भागलपुर : भागलपुर के रेल यात्रियों को रेलवे द्वारा डिस्पोजल लेनेन बेड रोल देने का मामला अधर में लटक गया है. रेलवे व डिस्पोजल लेनेन की सप्लाइ करने वाली कंपनी के बीच राशि को लेकर तालमेल नहीं बन पा रहा है.
विभाग चाहता है कि कंपनी उतनी राशि ले जिससे रेलवे देने में सक्षम हो सके व इसकी सप्लाइ हमेशा होती रहे. वहीं एक दो कंपनी द्वारा जो सैंपल डीआरएम को दिखाया गया वह मानक पर खरा उतर नहीं रहा है.
मालदा डिवीजन के डीआरएम रविंद्र गुप्ता द्वारा इस बरसात में डिसपोजल लेनेन बेड रोल देने की बात कही गयी थी. इस डिसपोजल लेनेन बेड रोल को यात्री एक बार उपयोग करने के बाद फेंक देते. वह पानी में जाने के बाद अपने आप गल जाता. इस बारे में डीआरएम ने कहा कि दो तीन कंपनी से बात भी हुई. लेकिन वह जो लेनेन दिखा रहे हैं, वह जंच नहीं रहा है. रेट भी अधिक है. अभी और कंपनी से बात हो रही है. बात बनने पर यह योजना चालू होगी.
* लैलख–ममलखा रेल खंड पर पानी का दबाव
भागलपुर त्न भागलपुर– कहलगांव रेलखंड पर पानी का दबाव कायम है. पानी का दबाव देखते हुए रेलवे ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढ़ा दी है. 24 घंटे इस रेल खंड पर नजर रखी जा रही है. मालदा डिवीजन के डीआरएम रविंद्र गुप्ता ने इस मामले में भागलपुर के रेलवे अधिकारियों से जानकारी ली है. इस रेल खंड में ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है. हर साल यहां पानी का दबाव रहता है. अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ के पानी से ट्रैक पर कोई खतरा ना हो इसके लिए निगरानी शुरू हो गयी है.
रेलवे के अधिकारीरेल खंड पर जाकर स्थिति का जायजा भी ले चुके हैं. डीआरएम ने बताया कि रेल खंड पर फिलहाल कटाव का खतरा नहीं है. लेकिन एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. वहीं ट्रैक पर कोई खतरा नहीं हो इसके लिए दो शिफ्ट में रेल खंड की निगरानी शुरू हो गयी है. दिन के 12 बजे से रात 12 बजे तक व रात के 12 से सुबह के आठ बजे तक पेट्रोलिंग हो रही है.
* यात्रियों को नवंबर से मिलेगा हाइजेनिक बैड रोल
अब भागलपुर रेलवे स्टेशन से खुलने वाली सुपर फास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनों में बेड रॉल साफ व पूरी तरह हाइजेनिक होगा, जिससे यात्रियों को आराम व स्वास्थ्य के लिए भी फायदे मंद होगा. अभी तक बेड रॉल को गंगा घाट के किनारे व पोखर में साफ किया जाता था. नवंबर से इस परेशानी से छुटकारा मिल जायेगा. इसकी तैयारी भी विभाग ने शुरू कर दी है.
भागलपुर स्टेशन परिसर में कपड़ा धोने वाली मशीन लगेगी. इसके लिए विभाग की ओर से टेंडर भी हो गया है. डीआरएम रवींद्र गुप्ता ने बताया कि नवंबर से हाइजेनिक बेड रॉल यात्रियों को मिलने लगेगी. अब यात्रियों से कोई शिकायत नहीं मिलेगी. स्टेशन परिसर में बड़ा मशीन लगाया जायेगा.
* अभी तक बेड रोल गंगा नदी में साफ किया जाता था.
रवींद्र गुप्ता, डीआरएम मालदा.