24.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पीएफ के निष्क्रिय खातों की पहचान व निपटान का अभियान शुरू

– कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निष्क्रिय खाते में पड़े हैं 27 हजार करोड़ – प्रधानमंत्री के निर्देश पर शुरू हुई कार्रवाई, ऑनलाइन हेल्प डेस्क हुआ स्थापित वरीय संवाददाता, भागलपुर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निष्क्रिय खातों की पहचान का काम शुरू किया गया है. पहचान के साथ ही ऐसे खातों के निपटान की प्रक्रिया […]

– कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निष्क्रिय खाते में पड़े हैं 27 हजार करोड़ – प्रधानमंत्री के निर्देश पर शुरू हुई कार्रवाई, ऑनलाइन हेल्प डेस्क हुआ स्थापित वरीय संवाददाता, भागलपुर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निष्क्रिय खातों की पहचान का काम शुरू किया गया है. पहचान के साथ ही ऐसे खातों के निपटान की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त राजेश पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने निष्क्रिय खातों के खाताधारकों को अपने खातों का पता लगाने व वर्तमान खाते में इनके निपटान या अंतरण के लिए उन्हें सहायता करने के लिए ऑनलाइन हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया है. विदित हो कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) के निष्क्रिय खाते में 27 हजार करोड़ रुपये शेष हैं, जिसके निपटान के संबंध में प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया था. क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त श्री पांडेय ने बताया कि ऑनलाइन हेल्प डेस्क पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की वेबसाइट से पहुंचा जा सकता है. यहां सदस्य को स्थापना कोड, भविष्य निधि खाता संख्या, पता, राज्य, शहर, कार्य ग्रहण की तिथि आदि को सम्मिलित करते हुए अपने रोजगार का विवरण को निर्धारित प्रोफॉर्मा में देना होता है. इसके पश्चात भविष्य में संदर्भ व ट्रैकिंग के लिए एक आइडी बनायी जायेगी. बनायी गयी आइडी के आधार पर संबंधित फिल्ड कार्यालय सदस्य से संपर्क करेगा और खाते के निपटान या अंतरण के लिए खाताधारक का मार्गदर्शन करेगा. यही नहीं उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निर्देशानुसार फिल्ड कार्यालय की ओर से निष्क्रिय खातों को पहचान कर निपटान की सुविधा देने के लिए विशेष कैंप भी आयोजित किये जायेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें