भागलपुर: महामना पंडित मदन मोहन मालवीय 1920 में भागलपुर आये थे. उनके आने का उद्देश्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के लिए इस क्षेत्र के धनी मानी जमींदार से मिल कर आर्थिक सहायता लेना था. वे भागलपुर अपने पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा के दौरे के बाद पहुंचे थे. यहां से कोलकाता ट्रेन द्वारा चले गये थे.
उनके साथ शिव प्रसाद गुप्त भी थे. दो राष्ट्रवादी नेता व समाजसेवी मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को है. सामाजिक कार्यकर्ता मुकुटधारी अग्रवाल बताते हैं कि हिंदी लेखक रामनरेश त्रिपाठी ने अपनी पुस्तक ‘मालवीयजी के साथ’ में इसका उल्लेख किया है. मालवीयजी अपने भागलपुर प्रवास में कई जमींदारों और महाजनों से मिले.
वे कांग्रेस नेता दीप नारायण सिंह, बनैली स्टेट के प्रबंधक, शिव भवन के शिव शंकर सहाय और ठाकुर परिवार के नरेश मोहन ठाकुर से भी मिले. इधर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी भागलपुर कई बार आना-जाना हुआ. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री रहते हुए भागलपुर आये और सैंडिस कंपाउंड में चुनावी सभा को संबोधित किया.