भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में जड़ें जमा चुकी समस्याओं का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2014 परीक्षा विभाग के सुधार के नाम पर बीत रहा है. वर्ष 2013 में हुई परीक्षा के रिजल्ट का काम दूसरे साल के अंतिम महीने में भी निजी एजेंसी पूरा नहीं कर पायी है. यह बताने के लिए काफी है कि समस्याओं का निदान अभी बाकी है. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने बताया कि एजेंसी अपना काम निबटा चुकी है.
व्यापक रूप में पेंडिंग काम निबटाये जा रहे थे. अधिकतर काम एजेंसी ने समाप्त कर लिया है. जो भी थोड़ा-बहुत काम बचा है, उसमें टीआर करेक्शन एजेंसी को ही करना है. वह कर भी रहा है. विश्वविद्यालय एजेंसी को भुगतान तभी करेगा, जब सारे सौंपे गये काम समाप्त कर लिये जायेंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया था कि वर्ष 2013 की परीक्षाओं के रिजल्ट संबंधी सारे काम निबटाने के बाद निजी एजेंसी को छुट्टी दे दी जायेगी.
एजेंसी को नया काम नहीं सौंपा जायेगा, बल्कि विश्वविद्यालय खुद परीक्षा संबंधी काम पूरा करेगा. ऐसे में अभी तक निजी एजेंसी का अभी तक जमे रहना इस बात को इंगित करता है कि काम अभी पूरा नहीं हुआ है. पार्ट वन की परीक्षा शुरू हो चुकी है. आगे पार्ट टू व पार्ट थ्री की परीक्षा होनी है. जनवरी से पीजी की परीक्षाएं शुरू हो जायेंगी. ऐसे में विश्वविद्यालय के ऊपर दोहरा बोझ पड़ेगा. वर्ष 2013 के काम शीघ्र नहीं निबटा लिये गये, तो समस्या और बढ़ेगी और इसका सीधा असर छात्र-छात्रओं पर पड़ेगा. विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार नयी परीक्षाओं की तैयारी विश्वविद्यालय कर्मी के द्वारा ही कराया जा रहा है.