भागलपुर: वार्षिक परीक्षा में बच्चों के रिजल्ट में सुधार के लिए इस बार स्कूलों में बच्चों के साथ-साथ उनके मम्मी-पापा की भी काउंसेलिंग की जायेगी. सीबीएसइ ने इस बार तमाम स्कूलों से यह पहल करने को कहा है. प्री बोर्ड परीक्षा में परफार्मेस के आधार पर स्टूडेंट्स को तीन केटेगरी में डिवाइड किया जायेगा. अभिभावक के साथ स्टूडेंट्स के वीक प्वाइंट पर चर्चा की जायेगी. साथ ही परफार्मेस और बेहतर कैसे किया जा सके, इसके लिए टाइम टेबल भी तैयार करवाया जायेगा. जिस स्टूडेंट्स का परफॉर्मेस कमजोर होगा, उनके अभिभावक को गाइड किया जायेगा.
यह पहल बोर्ड परीक्षा के अलावा सभी क्लास के स्टूडेंट्स के अभिभावक के लिए होगी. विशेष तौर पर नौवीं से 12वीं तक स्टूडेंट्स पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. दरअसल परीक्षा के पहले बच्चों पर दबाव के साथ अभिभावकों की जिम्मेवारी काफी बढ़ जाती है. ऐसे में अभिभावकों को बच्चों पर अतिरिक्त दबाव नहीं डालना चाहिए. काउंसेलिंग में पैरेंट्स को बच्चे के परफॉर्मेंस में सुधार के लिए टिप्स दिये जायेंगे.
केटेगरी-ए
हर महीने होनेवाले परीक्षा सहित टेस्ट में बेहतर अंक लानेवाले स्टूडेंट्स इस केटेगरी में शामिल किये जायेंगे. वार्षिक परीक्षा के समय इन स्टूडेंट्स का स्ट्रेस कम करने के लिए एक्सपर्ट इनके अभिभावक को टिप्स देंगे. साथ ही परफॉर्मेस अच्छी बनी रहे, इसके बारे में भी उन्हें बताया जायेगा.
केटेगरी-बी
इसमें वे स्टूडेंट्स रखे जायेंगे जिनकी परफार्मेस पिछले टेस्ट की तुलना में बेहतर हुई है. ऐसे स्टूडेंट्स के अभिभावक टीचर्स से इंटरेक्ट करेंगे. इस दौरान स्टूडेंट्स का परफॉर्मेंस और बेहतर बनाने पर डिस्कशन होगा, ताकि वार्षिक और बोर्ड परीक्षा में और इंप्रूवमेंट हो सके.
केटेगरी-सी
इसमें वे स्टूडेंट्स शामिल होंगे जिनके अंक एवरेज से भी कम हैं. ऐसे स्टूडेंट्स और उनके अभिभावक की काउंसेलिंग की जायेगी. टीचर्स ऐसे स्टूडेंट्स का परफॉर्मेस सुधारने के लिए अभिभावक की टाइम टेबल सेट करायेंगे ताकि परीक्षा में उनका परफॉर्मेस सुधरे.