भागलपुर: जंगलराज को समाप्त करने के लिए समता पार्टी व जदयू के कार्यकर्ताओं ने जो शहादत दी थी, उसे वर्तमान जदयू भूल गयी. जदयू नेता व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुरसी के लिए ऐसे शहीदों के खून से समझौता कर लिया. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजकुमार सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि राजद के जंगलराज को समाप्त करने के लिए जदयू व समता पार्टी ने संयुक्त रूप से संघर्ष किया था और इस संघर्ष में करीब 300 साथी शहीद हुए थे.
रालोसपा नेता ने कहा कि जनता को इस सच्चई से अवगत कराने के लिए पार्टी की ओर से चार श्रद्धांजलि रथ निकाला जायेगा. आठ नवंबर को विधानसभा भवन स्थित शहीद स्मारक से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार आदि रवाना करेंगे. यह रथ प्रदेश के विभिन्न जिलों में घूमेगा. 14 नवंबर को यह रथ खगड़िया होते हुए भागलपुर जिला में प्रवेश करेगा. 17 नवंबर तक रहेगा.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि 18 नवंबर को टाउन हॉल में रालोसपा का जिला सम्मेलन होगा. सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष सहित पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे और इसका भी मुख्य मुद्दा भागलपुर में गिरती कानून-व्यवस्था ही होगा. पत्रकारवार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्र, सुमन कुमार, विनय पासवान, नीरज कुशवाहा, रेवती रमन, अवध पासवान, संजय सिन्हा आदि भी मौजूद थे.
चिकित्सक प्रकरण के संबंध में पूछने पर रालोसपा नेता श्री सिंह ने कहा कि भागलपुर में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है. रालोसपा पीड़िता के साथ है. इस मुद्दे को लेकर डीजीपी व डीआइजी से बात की गयी है.
20 तक चालू हो भैना पुल, नहीं तो अनशन
राजकुमार सिंह ने कहा कि एनएच-80 पर स्थित भैना पुल के संबंध में कैबिनेट मंत्री ने कहा था कि यह पुल 20 सितंबर तक चालू हो जायेगा, लेकिन यह अब तक चालू नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि यदि 20 नवंबर तक इस पुल को चालू नहीं किया गया तो वे पुल पर ही आमरण अनशन करेंगे.