भागलपुर: आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित तपस्वी अस्पताल के संचालक डॉ मृत्युंजय चौधरी पर एक महिला मरीज ने छेड़खानी व दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है. ऑपरेशन के बाद महिला मरीज अपने पति के साथ शुक्रवार को टांका कटवाने तपस्वी अस्पताल गयी थी. महिला का आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर ने अपने चेंबर में घाव की जांच करने के दौरान छेड़खानी की. घटना से आक्रोशित महिला के परिजनों ने क्लिनिक में हंगामा किया. इस दौरान उन लोगों ने तोड़फोड़ भी की.
पति, देवर व बच्चे को पीटा : परिजनों का आरोप है कि जब डॉक्टर की हरकत का विरोध किया गया, तो डॉक्टर समेत उनके कर्मियों ने उन लोगों के साथ मारपीट की. महिला के पति, देवर व बच्चे को पीटा गया. घटना की जानकारी पाकर सिटी एएसपी वीणा कुमारी, नगर विधायक अजीत शर्मा, सदर एसडीओ सुनील कुमार समेत शहर के सभी इंस्पेक्टर व थानेदार मौके पर पहुंचे. रैफ की टुकड़ी को भी बुला लिया गया. महिला के बयान पर आदमपुर थाने में डॉ मृत्युंजय चौधरी, उनके अस्पताल के कर्मी मंगलम व अन्य के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट व दुष्कर्म के प्रयास की प्राथमिकी दर्ज की गयी. दूसरी ओर चिकित्सक के कंपाउंडर पवन ने भी महिला के पति व अन्य परिजनों पर काउंटर केस किया है. पवन ने अपने बयान में कहा है कि महिला के परिजन पांच लाख रुपये रंगदारी मांग रहे थे. मांग नहीं मानने पर तोड़फोड़ किया और राजनीति धौंस भी जताने लगे.
22 अक्तूबर को किया गया था ऑपरेशन
महिला के परिजनों का आरोप है कि मौके पर पहुंचे नगर विधायक श्री शर्मा ने गाड़ी (बीआर 11 एच-9495) मंगवायी और आरोपी डॉक्टर उसमें बैठ कर पुलिस की मौजूदगी में वहां से निकल गये. इस पर उन लोगों ने हंगामा भी किया, पर कुछ नहीं हुआ. उन लोगों ने सिटी एएसपी वीणा कुमारी और भागलपुर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझ कर आरोपी डॉक्टर को मौके से भगा दिया. हालांकि इस आरोप से विधायक ने इनकार किया है. मामले में एसएसपी ने कहा है कि घटना की जांच होगी. आरोप लगानेवाली महिला नाथनगर थाना क्षेत्र के गोसाईदासपुर की रहनेवाली है. उसके पति रेलवे में गार्ड हैं. 22 अक्तूबर को डॉ मृत्युंजय चौधरी ने अपने अस्पताल में उसके पेट की पथरी का ऑपरेशन किया था. घटना को लेकर तपस्वी अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी है.
किसने क्या कहा
आरोप बेबुनियाद है, महिला का स्टिच उनके यहां कार्यरत नर्स पुष्पा ने काटा था. महिला के परिजनों ने नर्स के साथ बदतमीजी की है. यह घटना सुनियोजित तरीके से की गयी है.
डॉ मृत्युंजय चौधरी, संचालक, तपस्वी अस्पताल
मैंने चिकित्सक के लिए गाड़ी नहीं मंगायी. जनप्रतिनिधि होने के नाते नर्सिग होम गया था. मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश हो रही है. कानून अपना काम करेगा. अजीत शर्मा, विधायक, भागलपुर
चिकित्सक मरीजों की जान बचाने के लिए पढ़ाई के दौरान एक तरह से तपस्या करते हैं. इस तरह की घिनौनी हरकत कोई चिकित्सक कर ही नहीं सकता.
डॉ डीपी सिंह, अध्यक्ष, आइएमए
पीड़ित महिला के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आगे कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
विवेक कुमार, एसएसपी, भागलपुर