भागलपुर: डॉलर के मुकाबले रुपये के और कमजोर होने पर स्थानीय बाजार पर सकारात्मक व नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ेंगे. एक ओर जहां सिल्क सिटी भागलपुर से सिल्क के निर्यातकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर यह क्षेत्र कृषि प्रधान भी माना जाता है, जिसमें खाद का आयात किया जाता है, इसके दाम बढ़ेंगे.
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आयकर अधिवक्ता शैलेंद्र सर्राफ का कहना है कि स्थानीय सिल्क निर्यातकों के लिए यह फायदे की बात है. इसके अलावा स्थानीय बाजार में अधिकांश चीजों के दाम इसलिए भी बढ़ जायेंगे कि पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ेंगे, जिससे ट्रांसपोर्टिग खर्च और बढ़ जायेगा.
इस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुटधारी अग्रवाल ने बताया कि भागलपुर के सिल्क निर्यातकों को इस रुपये के मूल्य में गिरावट होने से आर्थिक फायदा होगा, अगर वो भुगतान डॉलर में ले रहे हों. ऐसे उद्योग जो आयातित कच्चे माल का आयात कर रहे हैं, इससे नुकसान होगा.