भागलपुर: झारखंड से भागलपुर को जोड़नेवाले मार्ग पर पुल-पुलियों का टूटना जारी है. शुक्रवार को सुल्तानगंज से बांका को जोड़नेवाले वैकल्पिक मार्ग पर स्थित रमसरिया हाट के पुल ने भी दम तोड़ दिया.
इधर महुआडीह पुल के दोनों ओर बैरियर लगने से वैकल्पिक मार्ग होकर भी अब भारी वाहनों का झारखंड पहुंचना कठिन हो गया है. मिरजापुर स्थित जोगनी पुलिया के धंसने के बाद असरगंज वाया मिरजापुर-इंगलिश मोड़ मार्ग की बजाय भारी वाहनों का परिचालन इंगलिश मोड़ वाया रायपुर मोड़, फुल्लीडुमर, खेसर, रमसरिया मोड़ भितिया, गोड़ा, पोखरिया मार्ग से हो रहा था. इस मार्ग पर स्थित रमसरिया हाट के पुल के टूटने के बाद यह मार्ग भी भारी वाहनों के लिए बंद हो गया है.
आवागमन बाधित होने से रोजमर्रा के सामान की किल्लत ङोल रहे कहलगांव व आसपास के लोगों को अब नकदी की भी कमी ङोलनी पड़ रही है. बैंकों में नकदी का अभाव हो गया है. नकदी का आवक नहीं होने से एटीएम खाली रहने लगे हैं. विडंबना यह है कि ग्राहकों को भुगतान करने के लिए बैंकों को भी नोट कम पड़ गये हैं, इसका असर जनजीवन पर भी पड़ने लगा है. महंगाई भी बढ़ने लगी है. नकदी संकट को दूर करने के लिए बैंक प्रबंधन भी अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं कर सका है. अन्य जगहों की अपेक्षा कहलगांव में पेट्रोल भी महंगा हुआ. इसके बाद साग-सब्जी. अब हर छोटी से बड़ी खान-पान की चीज महंगी होने लगी है. बैंक खाता में पैसा है, लेकिन निकासी नहीं होने से नकदी बाजार तक नहीं पहुंच पा रहा है. असल में, कहलगांव में एसबीआइ के ट्रेजरी शाखा तक नोट नहीं पहुंचने से संकट उत्पन्न हो गयी है. इस संबंध में आरएम रंजन कुमार सिंह ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
नहीं मिल रही मदद : पुलों के टूटने के संबंध में एनएच, पटना के अभियंता प्रमुख केदार बैठा ने कहा कि कुछ पुलों का निर्माण विभागीय पेंच में फंसा है, तो कुछ का काम भागलपुर जिला प्रशासन की मदद नहीं मिलने से बाधित है. घोरघट में अर्धनिर्मित पुल के लिए भू-अजर्न का काम मुंगेर जिला कर रहा है. मुंगेर जिला प्रशासन की ओर से करीब साढ़े चार करोड़ का एस्टिमेट मिला है, पर भागलपुर जिला प्रशासन से अबतक भू-अजर्न राशि का एस्टिमेट नहीं मिला है. अगर एस्टिमेट मिल जाये, तो केंद्र सरकार से पैसों की मांग की जा सकती है. ऐसा होने के बाद भू-स्वामियों को पैसा देने के बाद अर्धनिर्मित घोरघट पुल का निर्माण कार्य फिर से शुरू करना संभव हो सकेगा.
पुलों की स्थिति
घोरघट बेली ब्रिज : मरम्मत पर लाखों खर्च, खतरा बरकरार
सुल्तानगंज . घोरघट बेली ब्रिज के आधारहीन पहुंच पथ को मजबूत करने का काम सातवें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. मरम्मत कार्य पर अबतक लाखों खर्च हो चुके हैं. इसके बाद भी आवागमन लायक तैयार नहीं हो सका है और खतरा बरकरार है. अब तक 400 से अधिक ट्रैक्टर मेटेरियल डाले जा चुके हैं. असल में मनी रिवर की धार में मेटेरियल टिक नहीं रहा है.
क्षतिग्रस्त बैजानी पुल : 27 दिन बाद भी नहीं बना डायवर्सन : जगदीशपुर. भागलपुर को झारखंड से सीधे जोड़नेवाली सड़क पर क्षतिग्रस्त बैजानी पुल के डायवर्सन का काम 27 दिन बाद भी पूरा नहीं हो सका है. लोग कह रहे हैं कि सही से काम नहीं हो रहा, दूसरी ओर अधिकारियों का कहना है कि लगातार बारिश होने के कारण डायवर्सन निर्माण का कार्य प्रभावित है.
जोगनी पुल : और धंसा दो फीट : शंभुगंज. शंभुगंज-इंगलिश मोड़ मुख्य मार्ग पर मिर्जापुर पंचायत अंतर्गत जोगनी के पास ओवरलोड वाहनों के बढ़ते दबाव से टूटे पुलिया का जायजा शुक्रवार को पथ निर्माण विभाग के कनीय अभियंता ने लिया. इसके बाद बड़े वाहनों का परिचालन बंद करने के लिए पुल के दोनों किनारों को बालू-गिट्टी से जाम कर दिया गया. मालूम हो कि बुधवार की रात ही वाहनों के बढ़ते दबाव से पुलिया टूट कर दो फिट नीचे धंस गयी.
कटोरिया-देवघर मार्ग पर बढ़ा ओवरलोड ट्रकों का दबाव : कटोरिया : भागलपुर-दुमका और भागलपुर-अमरपुर मुख्य सड़क मार्ग पर कई जगहों पर पुल-पुलिया व सड़कों के क्षतिग्रस्त रहने से कटोरिया-देवघर मार्ग पर ओवरलोड ट्रकों का दवाब अधिक बढ़ गया है. सुल्तानगंज, मुंगेर, तारापुर, संग्रामपुर, बांका, अमरपुर आदि इलाकों के लिए इसी मार्ग से होकर ट्रकों का परिचालन हो रहा है. अहले सुबह से लेकर देर रात तक लोड ट्रकों का काफिला गुजर रहा है. इसके कारण कटोरिया-बांका, कटोरिया-देवघर एवं कटोरिया-बेलहर मुख्य मार्ग की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.
परसबन्नी पुल पर भारी वाहनों का परिचालन जारी : अमरपुर : अमरपुर- बांका मुख्य मार्ग पर मकदुमा के समीप परसबन्नी पुल पर भारी वाहनों का परिचालन बंद करने के लिए बैरियर लगाया गया है, ताकि पुल की सुरक्षा हो सकेऔर कोई दुर्घटना ना हो. हालांकि बैरियर लगा है, पर सही तरीके से नहीं लगे होने के कारण पुल पर भारी वाहनों का प्रवेश जारी है.