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जादू के घर टोना या कुछ और, 28 दिन में हो गयी चार बच्चों की मौत
संजीव/नमन4भागलपुर/नाथनगर : वर्षों पूर्व बहुत कम उम्र में कमाने के लिए छत्तीसगढ़ गये जादू दास ने वहीं पर शादी कर ली. चार वर्ष पूर्व अपने घर कजरैली खुर्द लौटे. यहां झोपड़ीनुमा घर तोड़ पक्के का घर बनाया. अपने भाई के साथ दो परिवार उसमें रहने लगे. लेकिन बीते दिसंबर में ऐसा क्या हो गया कि […]
संजीव/नमन4भागलपुर/नाथनगर : वर्षों पूर्व बहुत कम उम्र में कमाने के लिए छत्तीसगढ़ गये जादू दास ने वहीं पर शादी कर ली. चार वर्ष पूर्व अपने घर कजरैली खुर्द लौटे. यहां झोपड़ीनुमा घर तोड़ पक्के का घर बनाया. अपने भाई के साथ दो परिवार उसमें रहने लगे.
लेकिन बीते दिसंबर में ऐसा क्या हो गया कि 28 दिनों के अंदर जादू के चार बच्चे की मौत हो गयी. यह न सिर्फ बस्तीवाले के लिए, बल्कि पुलिस पदाधिकारियों के लिए भी रहस्यपूर्ण घटना बन गयी है.
अब तक घर के जेवर-जेवरात बेच कर और जमा-पूंजी भी ओझा-गुणी के चक्कर में जादू दास ने फूंक डाला है. 31 दिसंबर को जादू दास ने अपनी चौथी संतान बेटी को खोया. इसके बाद से जादू व उनकी पत्नी ओझा की शरण में हैं और दूसरी ओर भय इस कदर व्याप्त हो गया है कि कोई जादू के घर के अंदर प्रवेश करना नहीं चाह रहे.
बुधवार को कजरैली के थानाध्यक्ष कौशल भारती ने जादू के पिता, बहन व भाई देवन दास की पत्नी से बारी-बारी से पूछताछ भी की और आखिर में मोबाइल पर जादू से भी जानकारी ली, लेकिन मौत की कोई वजह नहीं निकल पायी. अब पुलिस को जादू व उनकी पत्नी के आने का इंतजार है.
घटना-01
04 दिसंबर 2018
जादू दास की जुड़वां संतान 13 माह का ओम कुमार व तृषा कुमारी दूध पीते-पीते दम तोड़ दी. एक के बाद एक बच्चे को मां ने तेल लगाने के बाद दूध पिलाया और थोड़ी ही देर बाद दोनों बच्चों की सांसें रुक गयी.
घटना-02
08 दिसंबर 2018
रात में जादू दास के छह वर्षीय पुत्र करण कुमार अपने माता-पिता के साथ सोया था. सुबह लोग जब करण को उठाने लगे, तो पता चला कि करण अब इस दुनिया में नहीं है.
घटना-03
31 दिसंबर 2018
चार-पांच दिन पहले जादू दास की आठ वर्षीय बेटी करिश्मा कुमारी ने खून की उल्टी की थी. मायागंज अस्पताल में भर्ती होने पर भी मुंह से खून निकल रहा था. कुछ देर बाद दम तोड़ दी.
कई सवाल, जिसके जवाब नहीं मिल रहे
बच्चों की मौत के बाद परिजन पुलिस से क्यों नहीं कर रहे शिकायत
चौथी संतान करिश्मा के गले में था रस्सीनुमा दाग तो शव का क्यों नहीं हुआ पोस्टमार्टम
तीन घटना, तीनों का अलग-अलग नेचर, परिजनों के बयान में भी अंतर
कहीं यह तो नहीं मान लिया गया था कि छत्तीसगढ़ गया जादू अब नहीं लौटेगा और आवासीय भूखंड पर थी किसी की नजर
जनप्रतिनिधि बोले, कुछ समझ में नहीं आ रहा
पंचायत समिति सदस्य विजय कुमार गोस्वामी ने बताया कि तीसरे बच्चे की मौत के बाद जादू दास उन्हें अपने चेहरे पर दाग दिखा कर बोल रहे थे कि अब लगता है कि उन्हीं की बारी है. बच्चे के परिजन तो इसे तंत्र-मंत्र मान कर भटक रहे हैं. श्री गोस्वामी ने बताया कि समझ में नहीं आ रहा कि आखिर क्या मामला है.
थानाध्यक्ष बोले, जादू से पूछताछ के बाद ही कुछ सामने आयेगा
कजरैली थानाध्यक्ष कौशल भारती ने बताया कि बच्चों के परिजनों से पूछताछ की. लेकिन घटनाओं का कोई कॉमन क्लू स्पष्ट नहीं हो रहा है. प्रथम दृष्टया ये मामले स्वास्थ्य संबंधी भी नहीं लग रहे. लेकिन जादू दास व उनकी पत्नी से पूछताछ के बाद कुछ स्पष्ट होने की संभावना है.
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