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एलएलएम, एमबीए व एमसीए विभाग ने वर्षों से विवि में जमा नहीं की 40 फीसदी राशि
पूर्व कुलपति प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह के कार्यकाल में कुछ कॉलेजों ने राशि जमा की थी भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू)में चल रही स्ववित्त पोषित (सेल्फ फाइनास) कोर्स का कुछ वर्षों से विभिन्न विभागों ने 40 फीसदी हिस्से की राशि विवि में जमा नहीं करायी है. एलएलएम, एमबीए व एमसीए विभाग ने वर्षों से […]
पूर्व कुलपति प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह के कार्यकाल में कुछ कॉलेजों ने राशि जमा की थी
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू)में चल रही स्ववित्त पोषित (सेल्फ फाइनास) कोर्स का कुछ वर्षों से विभिन्न विभागों ने 40 फीसदी हिस्से की राशि विवि में जमा नहीं करायी है. एलएलएम, एमबीए व एमसीए विभाग ने वर्षों से विवि को 40 फीसदी राशि जमा नहीं की है.
विवि उन विभागों का बकाया अवधि खंगाल रहा है. हालांकि पूर्व कुलपति प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह के कार्यकाल में कुछ कॉलेजों ने सेल्फ फाइनास कोर्स की बकाया राशि का 20 से 25 लाख रुपये विवि में जमा किया था. इसके बाद से विवि को कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है. ऐसे में विवि का खजाना खाली होता जा रहा है.
एलएलएम, एमबीए व एमसीए विभाग ने विवि को नहीं भेजी राशि
टीएनबी लॉ कॉलेज में संचालित एलएलएम व्यावसायिक कोर्स में नामांकन के दौरान छात्रों से ली जाने वाली राशि का 40 फीसदी हिस्सा पिछले कुछ वर्षों से विवि को भेजा नहीं गया है. यही हालत एमबीए व एमसीए विभाग का है.
क्या है नियम. विवि में दो दर्जन से अधिक स्ववित्त पोषित कोर्स की पढ़ाई हो रही है. नियमानुसार छात्रों से प्राप्त राशि का 40 फीसदी विवि में जमा करना होता है, लेकिन कुछ वर्षों से यह राशि विवि को नहीं भेजी जा रही है.
विभाग के अधिकारी ने कहा. लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके पांडे ने बताया कि एलएलएम में नामांकन लेने के बाद सारी राशि विवि को भेज दी जाती है, विवि से 40 फीसदी राशि काटने के बाद बची राशि विभाग को नहीं भेजी गयी है. राशि नहीं मिलने से विभाग का विकास नहीं हो रहा है.
एमबीए विभाग के निदेशक डॉ पवन कुमार पोद्दार ने बताया कि नामांकन का 40 फीसदी राशि नहीं भेज पाये हैं. होली के बाद प्रयास किया जा रहा है कि बकाया राशि विवि को उपलब्ध कराया जा सके. एमसीए विभाग के संयोजक प्रो निसार अहमद ने बताया कि नामांकन से प्राप्त राशि का 40 फीसदी हिस्सा विवि को भेज दिये गये हैं. विवि का कोई बकाया राशि विभाग के ऊपर नहीं है.
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