भागलपुर : विभिन्न विभागों से सरकारी कर्मियों के सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड में खाते होने की रिपोर्ट तैयार होने लगी है. शिक्षा विभाग भी इसकी रिपोर्ट तैयार की है. अभी तक एक शिक्षिका ने स्वीकार किया है कि उनका खाता सृजन में था. इसके अलावा किसी अन्य के खाते होने की रिपोर्ट नहीं […]
भागलपुर : विभिन्न विभागों से सरकारी कर्मियों के सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड में खाते होने की रिपोर्ट तैयार होने लगी है. शिक्षा विभाग भी इसकी रिपोर्ट तैयार की है. अभी तक एक शिक्षिका ने स्वीकार किया है कि उनका खाता सृजन में था. इसके अलावा किसी अन्य के खाते होने की रिपोर्ट नहीं मिली है. सूचना है कि सबने लिख कर दे दिया है कि उनका खाता सृजन में नहीं है. जिले में शिक्षकों की संख्या 10 हजार के करीब है. जिला प्रशासन ने दो-तीन माह पहले सभी विभागों से यह रिपोर्ट मांगी थी कि सभी कर्मियों से लिखित रूप में यह लिया जाये कि उनका खाता सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड में है या नहीं. इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों, कर्मचारियों व शिक्षकों को पत्र जारी कर रिपोर्ट मांगी थी.
इसके बाद कर्मियों ने रिपोर्ट दी. सबौर अंचल के बंसीटीकर स्थित उर्दू मध्य विद्यालय की एक प्रखंड शिक्षिका ने स्वीकारा है कि उनका खाता सृजन में था. खाते से संबंधित कागजात भी शिक्षिका ने उपलब्ध कराया है. इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग ने जिला स्थापना शाखा के वरीय उपसमाहर्ता को भेज दी है. ज्ञात हो कि सरकारी खाते से सृजन के खाते में करोड़ों रुपये जालसाजी कर ट्रांसफर किया गया था. इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है. करीब 1500 करोड़ का फर्जीवाड़ा हुआ है. फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद जिला प्रशासन ने सृजन में खाते होने की रिपोर्ट मांगी थी.
सीबीआइ कार्यालय बाइक से पहुंचे लोग
लंबे समय बाद सृजन कार्यालय में सीबीआइ की गाड़ी मंगलवार को दिन के 2.30 बजे लगी. एक पदाधिकारी अंदर गये फिर कुछ ही देर बाद 2.40 में बाहर आ गये. उनके हाथ में कुछ कागजात थे. गाड़ी सीबीआइ की थी. सुबह बैंक का लोगो लगी एक इंडिका कार (बीआर 10 पी ए / 0352) सीबीआइ के कैंप कार्यालय के गेट पर लगी थी. इसमें से बैंक के तीन अधिकारी सीबीआइ दफ्तर गये. कुछ देर बाद एक मोटरसाइकिल से पहुंचे एक पुरुष व महिला भी सीबीआइ दफ्तर गयी. अंदाजा लगाया जा रहा था कि ये सभी बैंक से जुड़े अधिकारी व कर्मी हो सकते हैं. शाम में तकरीबन पांच बजे दो गाड़ी सीबीआइ के दफ्तर में लगी जिस पर सीबीआइ के अधिकारी सहित कई लोग थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोगों को सीबीआइ सोमवार से ही अपने दफ्तर में रख कर पूछताछ कर रही है. मंगलवार को सीबीआइ के दफ्तर में चहलकदमी ज्यादा रही. शाम तक सीबीआइ के कई अधिकारी दफ्तर आ गये थे.
सीबीआइ ने बैंक अधिकारियों से की पूछताछ
सृजन घोटाले से जुड़े मामले में सीबीआइ ने मंगलवार को बैंकों के आरोपित शाखाओं के कई अधिकारियों काे बुला कर पूछताछ की. कई बैंक अधिकारी पुराने दस्तावेज व रिकॉर्ड लेकर पहुंचे थे. कई अधिकारियों को बुलाया गया था. इस कारण उनके बारी-बारी से पहुंचने का सिलसिला पूरे दिन जारी रहा. इसके चलते सबौर स्थित सीबीआइ कैंप में ज्यादा चहल-पहल रही. बैंक अधिकारियों में कई ऐसे थे, जो वर्तमान में दूसरे शहर में कार्यरत हैं. सूत्रों के अनुसार सहरसा के बैंक ऑफ बड़ौदा के डीके झा भी पहुंचे थे. श्री झा से कड़ी पूछताछ की गयी है. पूछताछ के बाद उन्हें काफी देर तक रोक कर रखा गया था. अभी वह दूसरे स्टेट में कार्यरत हैं मगर, वे पहले सहरसा में रह चुके हैं. वहीं सहरसा के ही पहले के पूर्व अधिकारियों को भी बुलाया गया था. बैंक ऑफ बड़ौदा, भागलपुर मुख्य शाखा के पूर्व पदाधिकारियों को भी बुलाया गया था. उक्त अधिकारियों में कई सीबीआइ के प्रश्नों का जवाब भी नहीं दे सके. कुछ अधिकारियों को बुधवार को भी बुलाया गया है. जो बैंक अधिकारी रिकॉर्ड व पुराने दस्तावेज लेकर पहुुंचे थे, उनका क्रॉस चेक किया गया.