लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में कई महीने से सीबीसी मशीन बंद, तीन माह से नहीं हो रहा अल्ट्रासाउंड
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सबसे बड़ा अस्पताल नहीं कर रहा ब्लड टेस्ट
लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में कई महीने से सीबीसी मशीन बंद, तीन माह से नहीं हो रहा अल्ट्रासाउंड भागलपुर : सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की हर दिन भीड़ रहती है. इन महिलाओं के खून की जांच की जरूरत हमेशा पड़ती है. अस्पताल में कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) मशीन पिछले कई महीने से बंद […]
भागलपुर : सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की हर दिन भीड़ रहती है. इन महिलाओं के खून की जांच की जरूरत हमेशा पड़ती है. अस्पताल में कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) मशीन पिछले कई महीने से बंद है और अस्पताल प्रशासन को फिक्र नहीं है. डेंगू के मरीज बढ़ते जा रहे हैं और इन मरीजों का डॉक्टर सबसे पहले प्लेटलेट्स की जांच कराते हैं. सीबीसी मशीन के खराब रहने से डेंगू के मरीजों को भी निजी पैथोलॉजी जाना पड़ता है.
लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में प्लेटलेट्स, हीमोग्लोबिन प्रसेंटेज, डब्ल्यूबीसी, आरबीसी आदि जांचने की सीबीसी मशीन महीनों से खराब है. जिले ही नहीं, बांका के विभिन्न प्रखंडों के गरीब मरीजों का यह सहारा है. उन्हें यहां से लौटना पड़ रहा है. आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को निजी जांच केंद्रों में जांच करानी पड़ रही है.
रोज लौट रहे 40 से 50 मरीज : सदर अस्पताल के जांच केंद्र में कार्यरत कर्मियों के अनुसार जब मशीन ठीक थी, तो 40 से 50 मरीज रोज जांच कराते थे. यहां छह माह में 7200 मरीज जांच कराने से वंचित रह गये. कुछ लोगों ने निजी क्लिनिक में अल्ट्रासाउंड कराया, तो कई लोगों ने अल्ट्रासाउंड ही नहीं कराया. मरीजों का कहना है कि जब भी आते हैं, सीबीसी व अल्ट्रासाउंड मशीन खराब ही रहती है.
आइसीयू के सामने बनेगा कंट्रोल रूम
भागलपुर. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इनडोर परिसर में कंट्रोल रूम खोलने की तैयारी शुरू हो गयी है. मंगलवार को आइसीयू के सामने खाली जगह को साफ कराया गया. अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम खोला जायेगा. यहां एक मैनेजर बैठेंगे, जो मरीजों व उनके परिजनों को मदद करेंगे. कई मरीजों के परिजनों को वार्ड जाने में दिक्कत होती है. यहां वार्ड में भर्ती मरीज व उनके परिजन मददगार साबित होगा. किस मरीज से कौन मिल रहा है. किन्हें मिलना है, किन्हें नहीं मिलना यहीं से संचालित होगा. इमरजेंसी वार्ड के मरीजों व उनके परिजनों को कंट्रोल रूम से सुविधा को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है. एक माह में यहां कंट्रोल रूम बन कर तैयार हो जायेगा.
सीबीसी मशीन एक सप्ताह में काम करना शुरू कर देगी. प्रोसेस में है. अल्ट्रासाउंड मशीन के लिए विभाग को पहले भी लिखे थे, फिर एक बार लिखे हैं. मरीजों की सुविधा के लिए प्रयासरत हैं.
डॉ विजय कुमार, सिविल सर्जन
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