भागलपुर : रैगिंग के नाम पर दो छात्रों का सिर मुंडवा कर उनके साथ मारपीट करने का मामला अभी थमा नहीं था कि बुधवार को एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक और छात्र के साथ रैगिंग किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. शहर के कचहरी चौक के निकट रहने वाले इस एमबीबीएस फर्स्ट इयर […]
भागलपुर : रैगिंग के नाम पर दो छात्रों का सिर मुंडवा कर उनके साथ मारपीट करने का मामला अभी थमा नहीं था कि बुधवार को एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक और छात्र के साथ रैगिंग किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. शहर के कचहरी चौक के निकट रहने वाले इस एमबीबीएस फर्स्ट इयर स्टूडेंट पर अपने सीनियर साथी द्वारा रैगिंग किये जाने का इस कदर खाैफ हावी हो गया कि वह सोमवार को कॉलेज आने तक को तैयार नहीं हुआ.
स्टूडेंट के पिता ने उसे अपने वाहन से मंगलवार को कॉलेज लाया. इस बाबत स्टूडेंट ने कॉलेज प्रशासन को लिखित शिकायत कर दह है. छात्र की माने तो वह कॉलेज की बस से कॉलेज आता था तो उसके सीनियर बस से उतरने के बाद उसे बाइक पर बैठा कर अपने हॉस्टल ले जाते थे और रैगिंग के नाम पर उससे झाड़ू-पोछा कराते थे. यहीं नहीं दाढ़ी सेविंग, हेयर स्टाइल व कटिंग व फैशन के नाम पर उसके साथ मारपीट करते थे.
सीनियर ने जूनियर एमबीबीएस स्टूडेंट के लिए लागू कर रखा है ड्रेस कोड:जेएलएनएमसीएच प्रशासन भले ही ड्रेस कोड (एप्रिन पहनने को छोड़कर) निर्धारित न किया हो, लेकिन रैंगिंग करने वाले कॉलेज के सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर एमबीबीएस स्टूडेंट के लिए बकायदा ड्रेस कोड निर्धारित कर रखा है. यहीं नहीं इस ड्रेस कोड का अनुपालन न करने वाले स्टूडेंट के लिए खतरनाक दंड तक दिया जाता है. जूनियर स्टूडेंट को गुलाबी शर्ट, ब्लू पैंट, खाकी कलर का झोला, काली टोपी पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसा नहीं है कि इन छात्रों ने आवाज नहीं उठायी. कॉलेज सूत्रों की माने ताे इस साल करीब आधा दर्जन से अधिक छात्रों ने रैगिंग की शिकायत संबंधित विभाग के एचओडी से की. लेकिन कार्रवाई न होने से सीनियर का मन बढ़ा और शिकायत करने वालों की जम कर पिटाई की गयी.
रैगिंग का मामला
सोमवार को डर से कॉलेज नहीं आया एमबीबीएस का स्टूडेंट, मंगलवार को पिता ने पहुंचाया
छह सदस्यीय जांच कमेटी गठित, दो दिन में देगी रिपोर्ट
रैगिंग का मामला प्रकाश में आया तो कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को प्राचार्य कक्ष में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक आयोजित कर दी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ अर्जुन सिंह ने तत्काल ही रैगिंग मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की जो दो दिन के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट उन्हें सौंपेगी. इस कमेटी में डॉ हेमंत कुमार सिन्हा, डॉ एसएन तिवारी, डॉ आरके मिश्रा, डॉ संदीप लाल, डॉ उमाशंकर सिंह व डॉ अशोक कुमार भगत को रखा गया है.