36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

40 घंटे ब्लैकआउट रहा शहर, पानी को तरसे

भागलपुर: अगरपुर हादसे को देख फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल ने काली प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा को लेकर कुछ ज्यादा ही एहतियात बरत रही है. विसर्जन शोभायात्रा ने बिजली कटौती कर पैसे बचाने का बेहतर अवसर प्रदान कर दिया. कंपनी ने बिजली की मनमानी कटौती की, जिससे शहर में हाहाकार मचा रहा. लगभग 40 घंटे तक बिजली गुल […]

भागलपुर: अगरपुर हादसे को देख फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल ने काली प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा को लेकर कुछ ज्यादा ही एहतियात बरत रही है. विसर्जन शोभायात्रा ने बिजली कटौती कर पैसे बचाने का बेहतर अवसर प्रदान कर दिया. कंपनी ने बिजली की मनमानी कटौती की, जिससे शहर में हाहाकार मचा रहा. लगभग 40 घंटे तक बिजली गुल रही. शहर ब्लैकआउट पर रहा.

शहरवासियों को लंबी कटौती झेलने को विवश होना पड़ा. ऐसा संभवत: पहली बार हुआ, जो विसर्जन शोभायात्रा के नाम पर कंपनी की मनमानी कटौती ने हर क्षेत्र के लोगों को परेशान कर दिया. लोगों ने लंबी कटौती के लिए जिला प्रशासन और फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल दोनों को जिम्मेदार ठहराया है. फ्रेंचाइजी कंपनी ने जिला प्रशासन को आगे रख मनमानी कटौती की है. बिजली आने के बारे में जानने के लिए लोग जब बिजली कंपनी को फोन कर रहे थे, तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा था.

केवल इतना कहकर फोन काट दिया जा रहा था कि सदर एसडीओ से बिजली चालू करने का आदेश नहीं मिला है. सदर एसडीओ से पूछिए, कब बिजली चालू करायेगा. बिजली की मनमानी कटौती शनिवार सुबह नौ से रविवार रात लगभग एक बजे तक होती रही. हालांकि, इस दौरान कुछ इलाके को कुछ देर के लिए बिजली मिली, लेकिन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा. मनमानी कटौती से शहरवासियों में जिला प्रशासन और फ्रेंचाइजी कंपनी के प्रति आक्रोश दिखा.
यह रही फ्रेंचाइजी कंपनी की मनमानी
विसर्जन शोभायात्रा शुरू होने से 17 घंटे पहले शहर के सभी इलाके की बिजली ठप कर दी. विसर्जन रूट पर शोभायात्रा जब शुरू हुई, तो सभी इलाके की बिजली ठप रखी. विसर्जन के लिए प्रतिमा ले जाने के आठ-10 घंटे बाद तक इलाके की बिजली काट कर रखी गयी. भीखनपुर फीडर की बिजली शनिवार सुबह नौ बजे कटी. रात 12 बजे तक विसर्जन के लिए लगभग सारी प्रतिमाएं निकल चुकी थी, लेकिन बिजली दूसरे दिन रविवार दोपहर तीन बजे के बाद चालू किया गया. घंटाघर फीडर भी शनिवार सुबह नौ से दूसरे दिन रविवार रात एक बजे तक बंद रही, जबकि राधा रानी सिन्हा रोड स्थित पोस्टल कॉलोनी के नजदीक जंफर खोल कर घंटाघर फीडर को चालू किया जा सकता था. विक्रमशिला फीडर भी शनिवार सुबह नौ से रविवार सुबह पांच बजे तक ठप रहा. मिरजानहाट फीडर शनिवार सुबह नौ से रविवार दोपहर तीन बजे तक 30 घंटे तक ठप रखा गया. बरारी, जेल रोड आदि इलाके की प्रतिमा शनिवार देर रात 12 बजे तक दिखी नहीं, फिर भी बिजली की मनमानी कटौती की गयी. स्टेशन चौक से निकल कर सारी प्रतिमाएं विसर्जन रूट पर चली गयी, तो भी मोजाहिदपुर पावर हाउस के हॉस्पिटल फीडर को चालू नहीं किया गया, इसके चलते लहेरी टोला, तातारपुर, स्टेशन चौक सूजागंज आदि इलाके रविवार देर रात तक अंधेरे में डूबे रहे.
इन्वर्टर हुआ डिस्चार्ज मोबाइल चार्ज करने तक पर आफत
अघोषित और इतनी लंबी बिजली कटौती के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. बिजली कटौती के कारण पानी संकट भी झेलना पड़ा. खाना बनाने से लेकर नहाने तक के लिए लोगों को चापाकल का सहारा लेना पड़ा. इन्वर्टर डिस्चार्ज हो गये. लोगों का मोबाइल तक चार्ज नहीं हो पाया. शनिवार की रात तो मौसम ठंडा रहा, लेकिन रविवार को दिन भर तेज धूप के कारण लोगों का गरमी से बुरा हाल रहा. सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हुई. हाथ पंखे के सहारे ही लोगों को दिन काटना पड़ा. देर रात जब बिजली आयी तो लोगों ने राहत की सांस ली.
बीइडीसीपीएल ने जंफरिंग सिस्टम को नहीं बता प्रशासन को अंधेरे में रखा
हर लाइन में जंफर लगा है, ताकि आपात स्थिति में खोल कर फीडर के आधे क्षेत्र को बिजली मुहैया करायी जा सके. जिस इलाके से विसर्जन के लिए प्रतिमाएं नहीं निकली थी, उस इलाके की बिजली जंफर खोल कर काटी जा सकती थी. ताकि दूसरे इलाके को बिजली मिल सके, लेकिन कंपनी ने यह करना मुनासिब नहीं समझी. यही नहीं, इस सिस्टम से जिला प्रशासन को भी अंधेरे में रखा गया. वरना, जिला प्रशासन भी इस सिस्टम का उचित उपयोग करते हैं. इससे मनमानी कटौती नहीं होती और शहर में ब्लैकआउट जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती. शहर अंधेरे में नहीं डूबा रहता.
मनमानी कटौती पर विवश दिखी एसबीपीडीसीएल
विसर्जन शोभायात्रा को लेकर इधर, मनमानी कटौती हो रही थी, उधर एसबीपीडीसीएल सब कुछ जानकर भी बेबस दिख रहा था. उपभोक्ता अपने क्षेत्र में बिजली कटौती की जानकारी कॉल सेंटर को दे रहे थे, तो इस पर कर्मचारियों को कोई जवाब नहीं सूझ रहा था. फ्रेंचाइजी क्षेत्र के उपभोक्ताओं की सेवा-सुविधा के लिए एसबीपीडीसीएल ने मायागंज कॉल सेंटर में मैनपावर तक बढ़ दिया था. हालांकि मनमानी कटौती की जानकारी हेड क्वार्टर भेजी जायेगी.
छोटे से बड़े अधिकारियों ने कर लिया मोबाइल स्विच्ड ऑफ
बिजली की मनमानी कटौती का जवाब देना न पड़े, इसके लिए फ्रेंचाइजी कंपनी के छोटे से बड़े अधिकारियों ने मोबाइल स्विच्ड ऑफ कर लिया. अधिकारियों ने तमाम विद्युत उपकेंद्र के मोबाइल को भी बंद करा दिया. विसर्जन को लेकर बिजली की मनमानी कटौती पर जब सहायक अभियंता (लीगल) अंशुमान मिश्रा से बात करने की कोशिश की, तो उनका मोबाइल स्विच्ड ऑफ था. अलीगंज के इंजीनियर से बात करने की कोशिश की, तो पहले स्विच्ड ऑफ मिला. घंटों बाद स्विच ऑन हुआ, तो मोबाइल पर बात हुई. सीइओ संजीव सिन्हा से बात करने की कोशिश की तो घंटी बजती रही मगर, फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद दोबारा मोबाइल स्विच्ड ऑफ मिला. महाप्रबंधक विनोद असवाल से लगातार प्रयास के बाद भी उनसे बात नहीं हो सकी. कॉल सेंटर की लाइन व्यस्त करके रख दिया गया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें