शाहकुंड : शाहकुंड प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय शिवशंकरपुर की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) नीलिमा कुमारी ने मंगलवार को जांच की. डीपीओ ने बताया कि पूर्व एचएम मनोज झा द्वारा वर्ष 2014 से 16 के बीच पोशाक व छात्रवृत्ति रािश का बड़े पैमाने पर गबन करने का मामला सामने आया है. पूर्व एचएम से राशि वितरण […]
शाहकुंड : शाहकुंड प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय शिवशंकरपुर की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) नीलिमा कुमारी ने मंगलवार को जांच की. डीपीओ ने बताया कि पूर्व एचएम मनोज झा द्वारा वर्ष 2014 से 16 के बीच पोशाक व छात्रवृत्ति रािश का बड़े पैमाने पर गबन करने का मामला सामने आया है.
पूर्व एचएम से राशि वितरण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने रजिस्टर पर छात्रों के हस्ताक्षर दिखाये. जब छात्रों से पूछा गया, तो उन्होंने राशि मिलने की बात से साफ इनकार किया. इसपर पूर्व एचएम ने चुप्पी साध ली. डीपीओ ने बताया कि पूर्व एचएम से वित्तीय वर्ष में आवंटित राशि के बारे में 24 घंटे में जवाब मांगा गया है. जवाब मिलने के बाद स्पष्ट होगा कि पूर्व एचएम ने कितनी राशि का गबन किया है.
बीइओ से भी स्पष्टीकरण : डीपीओ ने बताया कि पूर्व एचएम ने बताया कि बीइओ रत्नेश्वर मिश्र के समक्ष राशि का वितरण किया गया है. बीइओ से भी स्पष्टीकरण पूछा गया है. डीपीओ ने बताया कि खर्च की गयी राशि का वाउचर भी प्राप्त नहीं हुआ. पूर्व एचएम मनोज झा पर अविलंब गबन की प्राथमिकी दर्ज होगी. बता दें कि बीडीओ के निरीक्षण में 12 लाख के वाउचर नहीं मिले थे.
वर्तमान एचएम के वेतन पर रोक : वर्तमान एचएम नवीन झा को विद्यालय में शराब पीकर कुव्यवस्था का माहौल बनाने के लिए उनका स्थानांतरण कर दिया गया है और उनके वेतन पर भी रोक लगा दी गयी है. जांच के दौरान क्षेत्र के विधायक सुबोध राय भी मौजूद थे. डीपीओ ने बताया कि मामले की रिपोर्ट डीइओ को सौंपी जायेगी.
चार स्कूल के शिक्षक से शो-कॉज
डीपीओ ने अन्य स्कूलों का भी निरीक्षण किया. उर्दू मध्य विद्यालय समस्तीपुर में शिक्षक मो लोकमान, प्राथमिक विद्यालय डुमरा में विमला भारती, प्राथमिक विद्यालय बरियारपुर में एचएम अरविंद कुमार, प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुर में बीमा भारती उपस्थिति बनाकर या बिना सूचना के गायब थे. डीपीओ ने बताया कि चारों से शो-कॉज पूछा गया है. स्कूलों में छात्र खेल रहे थे शिक्षक गप में व्यस्त थे. एमडीएम में धांधली के लिए 12 बजे तक छात्रों की उपस्थिति नहीं बनायी गयी थी.