बाढ़. कोसी के बढ़ते जलस्तर से कई नये इलाके में घुसा पानी, पलायन कर रहे लोग
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बाढ़ से नवगछिया-मधेपुरा संपर्क पथ भंग
बाढ़. कोसी के बढ़ते जलस्तर से कई नये इलाके में घुसा पानी, पलायन कर रहे लोग खरीक : कोसी के जलस्तर में वृद्धि से नवगछिया और खरीक प्रखंड में बाढ़ का पानी तटबंधों और गाइड बांधों को तोड़कर कदवा की ओर बढ़ने लगा है. बाढ़ पूरब और उत्तर की ओर बढ़ता जा रहा है. खरीक […]
खरीक : कोसी के जलस्तर में वृद्धि से नवगछिया और खरीक प्रखंड में बाढ़ का पानी तटबंधों और गाइड बांधों को तोड़कर कदवा की ओर बढ़ने लगा है. बाढ़ पूरब और उत्तर की ओर बढ़ता जा रहा है. खरीक के लोकमानपुर और सिंहकुंड बाढ़ से घिर गये हैं. गुरुवार को नवगछिया-मधेपुरा संपर्क पथ को पार कर पानी कदवा के विभिन्न वार्डों में फैलने लगा है. पानी की तेज रफ्तार को देख कर स्थानीय ग्रामीणों में दहशत में हैं. पूर्व बिहार का संपर्क भंग हो गया है. गाइड बांध ध्वस्त होने के बाद बाढ़ का प्रलय कारी स्वरूप देखकर स्थानीय ग्रामीण हैरान है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है इस तरह का जल प्रलय कुशहा बांध टूटने के बाद पहली बार देखा जा रहा है. बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए बनाये गये बांध बेअसर हो रहे हैं.
बाढ़ से प्रभावित इलाका : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कदवा का पकड़ा बासा, कासिमपुर, ठाकुर जी कचहरी टोला, कार्तिकटोला, बगड़ी टोला, कंचनपुर, प्रतापनगर, बोरवा टोला, मुसहरी गोला, नवीन नगर, दास टोला, नंद ग्राम मालेग्राम, मिलन चौक, कंचनपुर आदि.
लोकमानपुर में बाढ़ पीड़ितों के बीच बंटी राहत सामग्री : बाढ़ से प्रभावित लोकमानपुर और सिंहकुंड के प्रभावित परिवारों के बीच राहत सामग्री के रूप में पॉलिथीन बांटी जा रही है. अंचलाधिकारी निलेश कुमार चौरसिया ने बताया कि सिंहकुंड के 37 प्रभावित परिवार को पॉलिथीन दिया गया है. अन्य परिवारों की सूची तैयार कर ली गई है . प्रखंड प्रमुख झारी यादव ने इस संदर्भ में नवगछिया के अवर प्रमंडलीय लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को आवेदन देकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चापाकल लगवाने को कहा गया है.
नवगछिया . कोसी व गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण नवगछिया अनुमंडल के कई बांधों पर पानी का दबाव बना हुआ है. कोसी के जलस्तर में वृद्धि से विजय घाट के गाइड बांध, कदवा के बथनी, मदरौनी बांध पर खतरा बना हुआ है. वहीं रंगरा प्रखंड की तीन पंचायतों कोसकीपुर सहौड़ा, मदरौनी व सधुआ चापर में कोसी का पानी प्रवेश करने के बाद इन जगह के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सधुआ चापर के लोगों ने कटरिया रेलवे स्टेशन पर शरण ली है. बड़ी संख्या में लोग स्कूलों और अपने-अपने घरों की छतों पर रह रहे हैं.
250 घर बाढ़ की चपेट में : एसडीओ
एसडीओ आदित्य प्रकाश ने बताया कि अनुमंडल में अब तक 250 घर बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बाढ़पीड़ितों को पॉलीथिन शीट, भोजन, हैलोजन टैबलेट दिये जा रहे हैं. चापाकल व शौचालय की व्यवस्था भी की जा रही है. हरियो पंचायत के गोविदपुर गांव में भी बाढ़पीड़ितो के बीच पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. खरीक के सिंहकुंड मध्य विद्यालय में करीब 40 बाढ़पीड़ित परिवार शरण लिये हुए हैं. सभी को चूड़ा व गुड़ दिया जा रहा है. गांव में दो सरकारी नाव का परिचालय भी शुरू करा दिया गया है.मदरौनी में हेलोजन टेबलेट, दो नाव व तीन चापाकल उपलब्ध कराये गये हैं. सहौड़ा में बुधवार को मेडिकल टीम भेजी गयी है.
बांधों पर रुक गया है कटाव : उन्होंने बताया कि नारायणपुर के नगरपाड़ा बांध पर तीन जगहों पर कटाव हो रहा था. सीओ ने कैंप कर उसे ठीक करा दिया है. बिहपुर में बगजान बांध में छह जगहों पर कटाव हो रहा था. बचाव कार्य के बाद कटाव रुक गया है. पीपरपांती बांध पर दबाव देखते हुए जल संसाधन विभाग वहां बचाव कार्य करा रहा है. नवगछिया के कदवा स्थित बिथनी बांध पर भी बचाव काम चल रहा है.
नहीं टूटने दिया जायेगा तटबंध : एसडीओ ने कहा कि किसी भी बांध को टूटने नहीं दिया जायेगा. बांधों की मरम्मत के लिए सभी विभाग लगे हैं. चौकीदारों से बांधों की निगरानी करायी जा रही है.
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