भागलपुर : करीब साल भर से कार्ड के अभाव में जेएलएनएमसीएच के ब्लड बैंक में धूल फांक रही जेल टेक्निक मशीन के दिन बहुरने को है. अब जेल टेक्नोलॉजी से ब्लड बैंक से मरीज को दिये जानेवाले खून व मरीज के खून की जांच की जांच (क्रास मैचिंग) जल्द व सटीक तरीके से की जा […]
भागलपुर : करीब साल भर से कार्ड के अभाव में जेएलएनएमसीएच के ब्लड बैंक में धूल फांक रही जेल टेक्निक मशीन के दिन बहुरने को है. अब जेल टेक्नोलॉजी से ब्लड बैंक से मरीज को दिये जानेवाले खून व मरीज के खून की जांच की जांच (क्रास मैचिंग) जल्द व सटीक तरीके से की जा सकती है. क्रास मैचिंग के जरिये जाना जाता है कि मरीज को ब्लड बैंक द्वारा दिया जाने वाला खून उसे कहीं रिएक्शन तो नहीं करेगा. पहले खून लेने को आनेवाले परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ता है,
लेकिन अब जेल टेक्निक से जांच शुरू होने से मरीजों को खून मिलने में लगने वाला समय अब आधा हो जायेगा.जेल टेक्नोलॉजी से ग्रुप व क्रास मैचिंग करने का गुर ट्रेनिंग के जरिये सिखाया जा चुका है.
मरीज को बाहर का खून चढ़ा, तो खैर नहीं नर्सों की : मायागंज हॉस्पिटल में भरती महिला मरीज को बाहर से खरीदे गये खून को स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के यूनिट 2 में तैनात नर्सों द्वारा चढ़ाने के बाद मायागंज हॉस्पिटल प्रशासन अलर्ट हो गया है. बुधवार को हॉस्पिटल प्रशासन ने सभी विभागों को भेजे नोटिस में कहा है कि मरीजों को अब यदि बाहर का खून चढ़ा, तो इसके जिम्मेदार नर्सों को बख्शा नहीं जायेगा. तब न जांच न स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. सीधे सस्पेंड कर दिया जायेगा.
यह है जेल टेक्निक मशीन से जांच होने पर फायदा
इस तकनीक से जांच करने में महज 20 मिनट में ही परिणाम मिल जाता है.
जांच रिपोर्ट को स्टोरेज किया जा सकता है. इस प्रक्रिया में प्रयुक्त कार्ड को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.
मरीज के खून की हिस्ट्री जानने में आसानी होती है.
जेल टेक्निक के जरिये की जाने वाली क्रॉस मैचिंग की एक्यूरेसी रिपोर्ट शत प्रतिशत होती है.
जेल टेक्निक से होने वाली जांच की अभी टेस्टिंग की जा रही है. दो-तीन दिनों में इस सुविधा का आगाज ब्लड बैंक में कर दिया जायेगा.
डॉ आरसी मंडल, अधीक्षक जेएलएनएमसीएच भागलपुर
अभी जेल टेक्निक से क्रास मैचिंग का काम हो सकेगा. क्योंकि इस का कार्ड आया है. जल्द ही ग्रुप मैचिंग का कार्ड आ जायेगा, तो जेल टेक्नोलॉजी से इस जांच की सुविधा भी मिलने लगेगी.
डॉ दिव्या सिंह, मेडिकल ऑफिसर, ब्लड बैंक जेएलएनएमसीएच