उफनायी नदियां. बैकंठपुर दुधैला में अब तक 200 से अधिक घर समा चुके हैं गंगा में
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400 घरों पर मंडरा रहा कटाव का खतरा
उफनायी नदियां. बैकंठपुर दुधैला में अब तक 200 से अधिक घर समा चुके हैं गंगा में नारायणपुर : प्रखंड की बैकंठपुर दुधैला पंचायत में वार्ड तीन चार और छह के 400 घर कटाव के मुहाने पर आ गये हैं. प्राथमिक विद्यालय भी कभी भी गंगा में समा सकता है. अब तक यहां के वार्ड संख्या […]
नारायणपुर : प्रखंड की बैकंठपुर दुधैला पंचायत में वार्ड तीन चार और छह के 400 घर कटाव के मुहाने पर आ गये हैं. प्राथमिक विद्यालय भी कभी भी गंगा में समा सकता है. अब तक यहां के वार्ड संख्या पांच व दो के 200 घर गंगा में विलीन हो चुके हैं. यदि कटाव रोकने के लिए यहां जल्द उपाय नहीं किया गया, तो पंचायत के सात वार्ड गंगा में विलीन हो जायेंगे.
मेडिकल टीम के साथ दुधैला पहुंचे बीडीओ : शनिवार को बीडीओ सत्येंद्र सिंह मेडिकल टीम के सदस्यों डाॅ सुरेंद्र कुमार, एएमटी अजय कुमार, एएनएम शैल कुमारी व वीणा देवी के साथ नाव से विस्थापितों के बीच पहुंचे. बीडीओ ने बताया कि बाढ़ी पीड़ितों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें आवश्यक दवा दी गयी है.
बांटी राहत सामग्री : राहत शिविर में कैंप कर रहे सीओ रामजनी पासवान, अंचल निरीक्षक अंबिका पासवान, राजस्व कर्मचारी अमरेंद्र कुमार ने तीन सौ परिवारों के बीच खाद्य व राहत समग्री का वितरण किया. सभी को पांच किलो चूड़ा, एक किलो शक्कर, प्लास्टिक, मोमबत्ती व माचिस दिये गये.
कहते हैं कटाव पीड़ित : कटाव पीड़ित नरेश यादव, राजेंद्र मंडल, रामबालक मंडल, शांति देवी, बुलबुल, रेशमा, उषा देवी, गौनू ठाकुर, आशा देवी आदि ने बताया कि हमलोग खुले आसमान में भगवान के भरोसे रह रहे हैं. पशु चारा का अभाव है. जलावन व पेयजल की भी समस्या है.
कटाव पीड़ितों को मदद का दिया भरोसा : मुखिया अरविंद मंडल, समाजसेवी अरुण मंडल, पंसस प्रतिनिधि राजीव मंडल, संजय भारती ने नवगछिया के एसडीओ डाॅ आदित्य प्रकाश से बात करने के बाद पीड़ितों को यहां दो चापाकल लगवाने और उनकी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
बाढ़ नियंत्रण, खगड़िया के खिलाफ डीएम को भेजी रिपोर्ट : इधर एसडीओ ने बाढ़ नियंत्रण विभाग, खगड़िया के खिलाफ डीएम को रिपोर्ट की है. बाढ़ नियंत्रण की ओर से कटाव से बचाव के लिए कोई प्रबंधन नहीं किया गया.
जेइ ने कहा, कटाव रोकना संभव नहीं : शुक्रवार को निरीक्षण करने आयी टीम के सदस्य जेइ नरेंद्र कुमार ने कहा कि कटाव की स्थिति भयावह है. इसे रोकना संभव नहीं है. विस्थापितों को कटाव स्थल से निकालकर बिचली दियारा गोपालपुर ले जाने के लिए पांच नाव की व्यवस्था की गयी है.
पदाधिकारियों ने किया कटाव स्थल का निरीक्षण
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