कच्चे पथ पर बेहतर सुविधा प्रशासन ने अब तक नहीं की है. पथ में बालू देने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. गंगा घाट पर बांस बैरिकेडिंग व समतलीकरण नहीं हो पाया है, जिससे फिसलन व दुर्घटना की संभावना बन रही है. बिजली व्यवस्था भी धरातल पर नहीं उतर पायी है.
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प्रबंधन का हाल: बिजली व्यवस्था धरातल पर नहीं शौचालय, पेयजल व रोशनी की व्यवस्था नहीं
सुलतानगंज : श्रावणी मेला उद्घाटन में 13 दिन शेष बचे हैं. 10 जुलाई को पहला सोमवार है. इसके पांच दिन पूर्व लाखों की संख्या में कांवरिया सुलतानगंज से बाबा नगरी को चलने लगेंगे. सुविधा के नाम पर अब तक कुछ भी प्रशासन मुकम्मल नहीं करा पाया है. गंगा घाट से कच्चा कांवरिया पथ पर बाबा […]
सुलतानगंज : श्रावणी मेला उद्घाटन में 13 दिन शेष बचे हैं. 10 जुलाई को पहला सोमवार है. इसके पांच दिन पूर्व लाखों की संख्या में कांवरिया सुलतानगंज से बाबा नगरी को चलने लगेंगे. सुविधा के नाम पर अब तक कुछ भी प्रशासन मुकम्मल नहीं करा पाया है. गंगा घाट से कच्चा कांवरिया पथ पर बाबा भरोसे ही यात्रा कांवरिया करने को विवश होंगे.
कमाई करोड़ों में, सुविधा नदारद : श्रावणी मेले में अजगैवी नगरी से देवघर तक पूरे कांवरिया पथ पर कई को रोजगार मिलता है. इस कमाई से सालों भर उनके परिवार का भरण पोषण होता है. करोड़ों की कमाई के बावजूद जैसे-तैसे सुविधा शिव भक्तों को मिलती है. कांवर दुकान से डिब्बा, पट्टी, अगरबत्ती,फूल, मिट्टी के अलावा भोजनालय, ठहराव स्थल से मोटी कमाई होती है.
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