प्रदर्शन8. हड़ताल से ठप रहा आइओसीएल में लोडिंग का कार्य
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ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी
प्रदर्शन8. हड़ताल से ठप रहा आइओसीएल में लोडिंग का कार्य मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी बरौनी : नये नियमावली कंसोर्टियम के विरोध में लगातार दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्टरों ने आइओसीएल के मार्केटिंग टर्मिनल के मुख्य द्वार पर जमा होकर रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही […]
मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी
बरौनी : नये नियमावली कंसोर्टियम के विरोध में लगातार दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्टरों ने आइओसीएल के मार्केटिंग टर्मिनल के मुख्य द्वार पर जमा होकर रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही टर्मिनल से पेट्रोलियम पदार्थों की लोडिंग का बहष्कािर की वजह से टर्मिनल क्षेत्र में वीरानी छा गयी है.विदित हो कि उक्त टर्मिनल से प्रतिदिन 800-1000 टैंकरों में पेट्रोल,डीजल,केरोसिन की लोडिंग होती है. दन टैंकरों को बिहार,झारखंड व नेपाल के विभिन्न हिस्सों में पहुंचायी जाती है.लगातार दूसरे दिन भी लोडिंग के बहिष्कार से कई जगहों पर तेल की किल्लत शुरू होने की खबर है.अगर समय रहते हड़ताल समाप्त नहीं हुई तो जनजीवन पर इसका व्यापक असर पड़ सकता है.वहीं हड़ताल से आसपास के क्षेत्रों के हजारों लोगों में बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
कंसोर्टियम सिस्टम पर क्यों मचा है बवाल :आइओसीएल टर्मिनल से पेट्रोलियम पदार्थों की ढुलाई के लिए ट्रांसपोर्टरों एवं डीलरों से लिए जाने वाले टैंकर के लिए वर्ष 2017-2022 तक के लिए प्रबंधन द्वारा निकाले गये टेंडर में कंसोर्टियम सिस्टम को लागू करने की बात कही गयी है.नये नियमावली के अनुसार एक पंप की गाड़ी अपने अगल-बगल के अन्य दो पंपों के लिए भी पेट्रोलियम पदार्थों का परिवहन करेगा.बस इसी नये नियमावली को लेकर ट्रांसपोर्टर और प्रबंधन आमने-सामने हो गये. ट्रांसपोर्टरों ने एक सप्ताह पूर्व भी नये सिस्टम के विरोध में धरना-प्रदर्शन व पुतला दहन कर अपना विरोध जताया था. उसके बाद जिला प्रशासन, आइओसीएल प्रबंधन और ट्रांसपोर्टरों की त्रिपक्षीय समझौता वार्ता हुई थी. वार्ता में प्रबंधन द्वारा एक सप्ताह का समय लेकर संशोधन पर विचार करने की बात कही गयी थी.
प्रबंधन पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप:बिहार टैंकर्स एसोसिएशन ने नये नियमावली को काला कानून और प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सोमवार से संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है.संघ के महासचिव व मोसादपुर मुखिया मो सालिम खां ने कहा इस सिस्टम के बाद जहां एक ओर पेट्रोल पंप के मालिक एवं डीलर मालामाल होगें. वहीं दूसरी ओर ट्रांसपोर्टर कंगाल हो जायेगें. हमारी जमीन पर बना बरौनी रिफाइनरी के खुलने से ट्रांसपोर्टिंग ही जीविकोपार्जन का हमारा मुख्य साधन है.
विफल रही वार्ता : जिला प्रशासन की उपस्थिति में आइओसीएल प्रबंधन और ट्रांसपोर्टरों के बीच देर तक चली समझौता वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गयी. बिहार टैंकर एसोसिएशन के महासचिव मो सालिम खां ने हड़ताल जारी रहने की घोषणा की. इन्होंने कहा कि कंसोर्टियम सिस्टम को हटाना हमारी एक सूत्री मांग है.जब तक प्रबंधन इसे वापस नहीं लेगा हड़ताल जारी रहेगा.वहीं प्रबंधन का कहना है कि पूरे देश में यह सिस्टम लागू है. समाचार भेजे जाने
तक मिली जानकारी के अनुसार बिहार टैंकर एसोसिएशन के पदाधिकारी जिला पदाधिकारी से मिलकर पूरी स्थिति से अवगत कराने रवाना हो गये हैं. मंगलवार को हुई बैठक में सदर डीएसपी राजेश कुमार, आइओसीएल प्रबंधन के डीजीएम एस ए खां,सीआरसी राजेश्वर प्रसाद,आरसी शहनाज तथा ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के महासचिव मो सालिम खां,उपाध्यक्ष अजय सिंह,मासूम खां सहित अन्य उपस्थित थे.
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