परेशानी Â हादसे को न्योता दे रहा रजौड़ा-चांदपुरा जर्जर पथ
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घटिया सड़क निर्माण की खुल रही कलई
परेशानी Â हादसे को न्योता दे रहा रजौड़ा-चांदपुरा जर्जर पथ नीमाचांदपुरा : सरकार भले ही सड़कों का जाल बिछाने का ढिंढ़ोरा पिट रही है. परंतु, दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से रजौड़ा-चांदपुरा मुख्य पथ वर्षों से अपनी जर्जरता पर आंसू बहाने को विवश है. इस सड़क की बदहाली सरकार के तमाम दावे-वादे की पोल खोलने […]
नीमाचांदपुरा : सरकार भले ही सड़कों का जाल बिछाने का ढिंढ़ोरा पिट रही है. परंतु, दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से रजौड़ा-चांदपुरा मुख्य पथ वर्षों से अपनी जर्जरता पर आंसू बहाने को विवश है. इस सड़क की बदहाली सरकार के तमाम दावे-वादे की पोल खोलने के लिए काफी है. क्षेत्रवासियों के लिए लाइफ लाइन माने वाले यह सड़क जर्जरता की सीमा पार कर चुकी है. दुर्भाग्य यह है कि इस सड़क की बदहाली को दूर करने के लिए अब तक कोई जनप्रतिनिधि आगे नहीं आ रहे हैं.
ज्ञात हो कि वित्तीय वर्ष 2007-08 में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, तो क्षेत्र की जनता में उम्मीद की आस जगी थी कि अब जर्जर सड़कों पर चलने के अभिशाप से मुक्ति मिलेगी. परंतु घटिया निर्माण कार्य का परिणाम यह रहा है कि आगे सड़क बनती रही एवं पीछे से टूटती चली गयी. लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से भी की. लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं गयी.
प्राक्कलन बोर्ड की माने तो इस सड़क के निर्माण पर सरकार 455.37 लाख खर्च हुए. फिर भी सड़क की बदहाली दूर नहीं हो सकी. इस सड़क की लंबाई 9.80 किलोमीटर है. जर्जरता के कारण खतरनाक बनी है.
क्या कहती है जनता व प्रतिनिधि
: विभागीय अधिकारियों की अनदेखी एवं राजनेताओं की उपेक्षा के कारण यह सड़क
वर्षों से बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. इससे क्षेत्र के लाखों की आबादी प्रभावित हो रही है. जिप की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था.
रविंद्र चौधरी, जिप अध्यक्ष, बेगूसराय
: जब-जब विधानसभा या लोकसभा का समय आता है, तब-तब नेता इस सड़क को शीघ्र बनाने का वादा करते हैं. लेकिन जीतने के बाद नेताजी गायब हो जाते हैं और सड़क जर्जर ही रह जाती है.
रामप्रकाश पासवान, पूर्व मुखिया, नीमा पंचायत, बेगूसराय
: क्षेत्रवासियों के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाली सड़क के निर्माण कार्य को लेकर सांसद व विधायक का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. उम्मीद है जल्द ही समस्या को दूर करेंगे.
निर्मला देवी, मुखिया, चांदपुरा, बेगूसराय
: विधानसभा क्षेत्र के सभी जर्जर सड़कों व पुलियों को शीघ्र बनाने की दिशा में पहल की जा रही है. इसी कड़ी में रजौड़ा-चांदपुरा सड़क का भी कालीकरण शीघ्र होगा. इसके लिए बीस सूत्री की बैठक में भी मुद्दा उठाया गया था. कुछ दिन और धैर्य रखने की जरूरत है.
अमिता भूषण, नगर विधायक, बेगूसराय
: ये सभी गांवों के लिए लाइफ लाइन है यह सड़क
ऐसे तो इस सड़क से बेगूसराय सदर, डंडारी व नावकोठी प्रखंडों के कई गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है. परंतु सदर प्रखंड के कई ऐसे पंचायत है, जहां के लोग प्रखंड सह अंचल, थाना, अनुमंडल, जिला मुख्यालय आने-जाने के लिए यही मुख्य मार्ग है. इसके अलावे दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है. नीमा, चांदपुरा, परना, कैथ, कुसमहौत अझौर, शेरपुर (सदर), सिसौनी व बागर, (नावकोठी), परिहारा (बखरी) तथा राजोपुर, कटरमाला, बलहा व सुघरन (डंडारी प्रखंड) के सैकड़ों प्रत्येक दिन इस सड़क से जिला मुख्यालय आते-जाते हैं. जर्जर सड़क
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