मंसूरचक : दो माह बाद भी प्रीति कुमारी को नहीं मिला न्याय. प्रीति ने मकदमपुर ग्रामवासियों पर अब छोड़ा न्याय का जिम्मा. विदित हो कि 14 फरवरी, 2015 को आपका आंचल संस्था की सचिव कामिनी देवी एवं महिला आयोग की सदस्या रीना कुमारी ढोल बाजे के साथ प्रीति को भरौल से मकदमपुर ससुराल पहुंचा दिया.
उस समय से अब तक प्रीति अकेली ससुराल में जीवन यापन कर रही है. दूल्हे राजा सहित ससुराल के सभी लोग घर छोड़ गायब हो चुके हैं. वहीं प्रीति अपनी जिद पर अडिग है कि अब मरना-जीना हमारी मकदमपुर में ही होगी. वह न्याय की इंतजार में आस लगायी हुई है.