* पुलिस ने भी आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है
।। अनिल सिंह ।।
रामगढ़ : रेपुरा गांव में शनिवार को भूमिहार बिरादरी के बीच भूमि विवाद को लेकर घंटों खूनी संघर्ष चलता रहा पर गांववाले तमाशबीन होना ही मुनासिब समझे. किसी ने भी इतनी साहस नहीं कि दोनों के बीच जाकर बीच-बचाव ही कर दें. यदि ऐसी पहल हुई होती, तो शायद गोली चलने की नौबत न आती और कुछ लोग गंभीर रूप से घायल होने से भी बच गये होते.
भूमिहार बिरादरी के दो पट्टीदारों के बीच अरसे से वर्चस्व की लड़ाई है. और नियमित समय अंतराल पर दोनों लोग ताकत प्रदर्शन करते ही रहते हैं. सबल होने के नाते गांव इनके मामले में पड़ना नहीं चाहता और किनारे रहने में ही अपनी भलाई समझता है. शनिवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ. दोनों पक्ष जब आपस में भिड़ गये, तो गांववाले तमाशा भर देखते रहे.
किसी ने इतना भी साहस नहीं दिखाया कि मौके पर जाकर दोनों पक्षों को समझाएं और मामले में हस्तक्षेप कर शांत कराने का प्रयास करें. नतीजन दोनों पक्षों में जम कर लाठी, डंडे, गड़ासे और गोली तक चल गयी और दोनों पक्षों से एक दर्जन लोग घायल हुए. दो लोगों को गोली भी लगी.
पुलिस आयी और विवाद शांत हुआ तब गांववाले बाहर निकल कर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद जरूर की, पर घंटों चले खूनी संघर्ष के बीच नहीं आये. मामले में पुलिस ने भी आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. देखना है कि क्या इस घटना के बाद दोनों ओर से संघर्ष विराम हो जायेगा या वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष होता ही रहेगा.