कटोरिया : श्रावणी मेला की तैयारी की दिशा में इस वर्ष प्रशासनिक तैयारी बहुत ही मंथर गति से चल रही है. सरकारी धर्मशाला हो या कच्ची कांवरिया पथ, कहीं भी कोई काम अब तक शुरू नहीं हुआ है. जबकि मेला के प्रारंभ होने में अब मात्र 20 दिन ही शेष रह गये हैं.सरकारी धर्मशाला अबरखा में अब तक साफ-सफाई, रंग-रोगन या शौचालय व स्नानागर को दुरूस्त करने के कार्य का अब तक श्रीगणेश भी नहीं हुआ है. धर्मशाला के बाहर व अंदर गंदगी का अंबार है.
अबरखा धर्मशाला के अंदर व बाहर के शौचालयों का दरवाजा अस्त-व्यस्त हालत में है. फिलवक्त सिर्फ कटोरिया-बेलहर मुख्य मार्ग से अबरखा धर्मशाला तक के पूरब व पश्चिम दोनों पहुंच पथ की पीसीसी करने का कार्य शुरू हुआ है. यहां हर वर्ष मेला के दौरान कीचड़ हो जाने से कांवरिया व अधिकारियों की गाडि़यों को आने-जाने में काफी कठिनाई होती थी. लोहटनियां से लेकर विश्वकर्मानगर गांव तक कच्ची पथ की स्थिति काफी जर्जर है.
बारिश की वजह से जगह-जगह मिट्टी का कटाव होने से कच्ची रास्ते में छोटे-बड़े गड्ढे बन गये हैं. लोहटनियां, अबरखा, नौवाडांड़, सतलेटवा, तरपतिया, दुल्लीसार, विश्वकर्मानगर, कुरावा आदि जगहों के जर्जर कच्ची पथ में अब तक मिट्टी व बालू डालने का काम शुरू नहीं हुआ है. पीएचइडी विभाग द्वारा चापाकलों को मरम्मत करने का काम तो शुरू किया गया है, लेकिन इसकी गति भी काफी धीमी है. विद्युत, भवन निर्माण, पथ निर्माण आदि विभागों का कार्य अभी सुस्त ही पड़ा हुआ है. यदि कुछ और दिनों तक मेला की तैयारी का हाल यही रहा, तो इस बार श्रद्धालुओं को बाबा भरोसे ही यात्रा करनी होगी.