कटोरिया : प्रखंड के मोथाबाड़ी पंचायत के सुदुरवर्ती गांव घांटीवरण में ग्रामीणों ने श्रमदान के तहत जलजमाव की समस्या का निदान कर लिया. इससे पहले बारिश का पानी गड्ढों में जमा होने के बाद घरों में घुसने लगता था. मुसलाधार बारिश होने पर यहां बाढ़ की स्थिति बन जाती थी. इस समस्या से त्रस्त ग्रामीणों […]
कटोरिया : प्रखंड के मोथाबाड़ी पंचायत के सुदुरवर्ती गांव घांटीवरण में ग्रामीणों ने श्रमदान के तहत जलजमाव की समस्या का निदान कर लिया. इससे पहले बारिश का पानी गड्ढों में जमा होने के बाद घरों में घुसने लगता था. मुसलाधार बारिश होने पर यहां बाढ़ की स्थिति बन जाती थी. इस समस्या से त्रस्त ग्रामीणों ने पहले कई प्रतिनिधियों से निदान हेतु गुहार भी लगायी. लेकिन किसी ने भी यहां के ग्रामीणों के दर्द को नहीं सुना.
इसके बाद ग्रामीण जमाल अंसारी, सुल्तान अंसारी, सलीम अंसारी, मैनेजर यादव, नरेश यादव, दिनेश यादव, मुख्तार अंसारी, प्रकाश यादव, सिल्धर यादव, सुमनी बीबी आदि ने एकजुटता का परिचय देते हुए ताड़ के पेड़ को काट कर उसके बीच में छेद किया. उक्त पेड़ को पानी निकालने हेतु हृयुम पाइप की तरह उपयोग में लाया गया.
संपर्क पथ व बिजली से वंचित हैं ग्रामीण
घांटीवरण गांव में करीब एक सौ की संख्या में घर हैं. लेकिन आजादी के 69 सालों बाद भी यहां के लोग संपर्क पथ एवं बिजली से आज तक वंचित हैं. पक्की सड़क मोथाबाड़ी से करीब आधा किलोमीटर दूर घांटीवरण गांव आज भी लोग पगडंडी के सहारे पहुंचने को विवश हैं. खास कर बरसात के मौसम में यहां की समस्या चौगुनी हो जाती है. इस गांव के किसी भी घरों में आज तक बल्व नहीं जला है. गांव के लोग लालटेन युग में जीने को विवश हैं. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शीघ्र संपर्क पथ व विद्युत सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है.