बांका: शंकरपुर विंडी मार्ग गुरुवार को एक और बड़ी घटना का गवाह स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से बनते बनते बच गया. जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12:30 बजे एक महिला अपने मायके जगतपुर से धोरैया ससुराल जाने के लिए निकली. गांधी चौक पर खड़ी एक ऑटो चालक से जब उक्त महिला ने पूछा कि पंजवारा जाना है
तो ऑटो चालक ने बताया कि हां जाएंगे ऑटो में बैठिए. इसके बाद वह ऑटो में बैठ गयी. जिसमें पहले से भी कुछ सवारी बैठे हुए थे. इसके बाद ऑटो गांधी चौक से खुल गयी. इसी बीच मूसलधार बारिश भी शुरू हो गयी. जब ऑटो शंकरपुर पहुंचा तो उसने उक्त महिला सवारी जो गांधी चौक पर बैठी थी. जिन्हे पंजवारा जाना था को छोड़कर सभी यात्रियों को ऑटो से उतार दिया और बोला कि ऑटो इस होकर नहीं जायेगी.
इसके बाद ऑटो चालक उक्त महिला को लेकर शंकरपुर विंडी मार्ग में जाने लगा. जिस पर उक्त महिला ने कहा कि कहां ले जा रहे हैं यह रास्ता पंजवारा नहीं जाता. इस पर ऑटो चालक ने कहा कि बांका – ढाकामोड़ मार्ग आगे जाम है इसलिए दूसरे रास्ते से ले जा रहे हैं. लेकिन जब ऑटो विंडी मोड़ के समीप नहर पुल के पास पहुंचा तो चालक ने गाड़ी को रोक दिया और बुरी नीयत से महिला को ऑटो से खींच कर पुल के नीचे ले जाने लगा. इस पर जब महिला ने इसका विरोध किया तो ऑटो चालक ने कहा कि नीचे चलो नहीं तो जान मार देंगे. इतना बोलने के बाद महिला उक्त चालक से किसी प्रकार अपने को छुड़ा कर रोड की तरफ भागी. विंडी मोड़ के समीप ही करनावे मोड़ स्थित दुकान के पास स्थानीय ग्रामीण बारिश रुकने का इंतजार कर रहे थे.
लेकिन रोड पर भागती महिला एवं उसके पीछे पुरुष को दौड़ते देख ग्रामीणों को आशंका हुई कि जरूर कुछ गड़बड़ है. इस पर जब ग्रामीण आवाज लगाते हुए उस ओर दौड़े तो ऑटो चालक ग्रामीणों को आता देख अपना ऑटो लेकर शंकरपुर की ओर भाग निकला. इसकी सूचना जब स्थानीय ग्रामीणों ने बांका पुलिस को दी तो एसआई विरेंद्र कुमार दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और महिला को लेकर बांका पुरानी बस स्टैंड में ऑटो चालक की पहचान के लिए रूके उक्त महिला ने कहा कि इस समय वो ऑटो चालक नजर नहीं आ रहा है लेकिन मैं उसे हजारों की भीड़ में पहचान सकती हूं. इसके बाद महिला को थाना लाया गया, जहां पर पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया.