कटोरिया : साक्षर भारत मिशन के तहत आयोजित महापरीक्षा कटोरिया प्रखंड में मजाक बन कर रह गयी़ चूंकि अधिकांश लोक शिक्षण केंद्रों व वीटी द्वारा निरक्षर को साक्षर करने का कार्यक्रम यहां कागजी घोड़ा पर ही दौड़ता है़ इसलिए परीक्षा केंद्रों पर काफी संख्या में फर्जी नवसाक्षर महिलाओं को बुलाकर जैसे-तैसे परीक्षा के कोरम को पूरा कर लिया गया़ किसी केंद्र पर दादी की कॉपी पोता लिख रहा था,
तो कहीं वीटी (मैट्रिक की छात्रा) द्वारा ही परीक्षार्थी की कॉपी भरी जा रही थी़ कई परीक्षार्थी ऐसे भी थे, जिन्हें यह पता ही नहीं था कि उन्हें यहां क्यों बुलाया गया है़ निरक्षर महिलाएं सामने रखी कॉपी को कौतूहल के साथ देख रही थी़ पढ़ाई के बारे में पूछने पर बताया कि यदि उन्हें पढ़ाया गया रहता, तो वह कॉपी पर अपना नाम खुद जरूर लिखती़ छाताकुरूम गांव की एक 70 वर्षीय वृद्धा हेमा देवी ने बताया कि उसे अन्य महिलाओं के साथ यहां क्यों बुलाया गया है, पता ही नहीं है़ हालांकि उनकी कॉपी कुछ देर बाद ही जवाबों से भर दी गयी थी़
प्रोन्नत मध्य विद्यालय सुपाहा केंद्र पर प्रिंस नाम का एक बच्चा कॉपी भर रहा था़ पूछने पर बताया कि दादी की कॉपी में जवाब भर रहे हैं. इसी केंद्र पर नवसाक्षरों के साथ बैठी एक वीटी कॉपी में जवाब लिख रही थी़ उसने बताया कि आंटी की मदद कर रहे हैं. प्रखंड के अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर खुल्लम-खुल्ला कदाचार के बीच बुनियादी परीक्षा संपन्न हुई़