बांका : शहर का अति व्यस्ततम शिवाजी चौक सोमवार को दिन भर जाम से कराहता रहा. इससे स्कूली छात्र- छात्राओं को भी विद्यालय जाने आने में परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं नौकरी पर जाने वाले कर्मी भी जाम के कारण विलंब से कार्यालय पहुंचे. सोमवार को जिला मुख्यालय का हाट भी लगता है.
जाम का यह भी कारण था. हालांकि शिवाजी चौक पर अतिक्रमण के कारण भी आये दिन जाम लगता रहता है. एक तो शिवाजी चौक पर जगह कम है दूसरी ओर दुकानदारों द्वारा रोड़ पर दुकानों का सामान रख देने से समस्या गंभीर हो जाती है. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था कहीं भी देखने को नहीं मिलती है ट्रैफिक कर्मी चौराहों पर खड़े भी रहते हैं, तो उनके द्वारा भी ट्रैफिक कंट्रोल में किसी भी प्रकार की पहल नहीं की जाती है.
वहीं नो इंट्री के दौरान कोई भी व्यवसायिक वाहन अगर प्रवेश कर जाता है, तो चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस वसूली में लग जाते हैं. इसका खमियाजा शहर में जाम के रूप में आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है. इसकी शिकायत आमजनों के द्वारा जिले के वरीय अधिकारियों से करने पर भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक वैकल्पिक रास्ता या बाईपास निर्माण नहीं कराया जाता है तब तक शहर से गुजरने वाले लोग इसी प्रकार जाम से परेशान होते रहेंगे. हालांकि बांका को जिला का दर्जा मिले ढ़ाई दशक होने को है, लेकिन अब तक इस ओर न तो जनप्रतिनिधि और नही ही अधिकारियों के द्वारा पहल हो पायी है.