बांका : कृषि विज्ञान केंद्र बांका द्वारा बुधवार को सांसद आदर्श ग्राम में जय किसान -जय विज्ञान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें 104 से अधिक किसानों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में रबी फसल का प्रबंधन, उद्यानिकी, पशुओं में होने वाली बीमारी के रोकथाम एवं देखभाल के बारे में वैज्ञानिकों ने टिप्स दिये.
इस अवसर पर प्रत्येक किसान से मिटटी का नमूना संग्रह किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही कार्यक्रम समन्वयक डॉ कुमारी शारदा ने बताया कि किसान भाई एवं बहनों द्वारा अपने घर में बहुत ही कम जगह में मशरूम का उत्पादन कर मुनाफा कमाया जा सकता है. मशरूम में प्रोटीन काफी मात्रा में पाया जाता है.
इसका सब्जी के रूप में उपयोग करने से शरीर में प्रोटीन की पूर्ति होती है. खून की कमी, उच्च रक्त चाप तथा मधुमेह रोगियों के लिए भी यह काफी उत्तम आहार है. यह कैंसर रोधी भी होता है. वही उद्यान वैज्ञानिक डॉ सुनिता कुशवाहा ने कहा कि इस क्षेत्र में काफी मात्रा में टमाटर की खेती हो ती है. टमाटर की खेती में अगेती,
झुलसा एवं पिछेती झुलसा रोग हो जाता है. जिससे टमाटर की फसल को काफी नुकसान होता है. इससे बचाव के लिए डायथेन एम – 45 दो मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करने की सलाह दी गयी. पशु वैज्ञानिक डॉ धर्मेंद्र कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि ठंड के मौसम में पशुओं की उचित देखभाल करनी चाहिए .
बकरियां में पीपीआर बीमारी (निमोनिया एवं छेरा) से बचाने हेतु टीकाकरण करवाने का सुझाव दिया एवं सभी पशुओं को साल में कम से कम तीन बार कृमि की दवा खिलाने से पशु स्वस्थ रहते है. ठंडी के दिनों में भजहा( एफएमडी) बीमारी होने की काफी संभावना होती है. जिसके लिए टीकाकरण करवाने एवं पशु को सूखे जगह पर रखने तथा जमीन पर पुआल बिछाने को सुझाव दिया. पशुओं को रात्रि में सीधी हवा से बचाने एवं जूट का बोरा से ढ़क कर रखने की सलाह भी दी.
हरा चारा के रूप में बरसीम घास लगाने एवं उसका उपयोग करने की सलाह दी गयी. वही मुर्गी पालन कर अपनी आमदनी बढ़ाने की बात कही गयी. रघुबर साहू द्वारा किसानों को रबी फसल के प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण, समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन के बारे में बताया गया. इस मौके केवीके के राजीव रंजन, देवेंद्र कुमार सिंह, सुखो मुर्मू, लालमोहन यादव सहित किसान उपस्थित थे.