बांका : विराट किसान प्रदर्शन के बैनर तले सोमवार को जिले के किसानों ने अपने हक के लिए आवाज बुलंद की. उनकी अगुवाई राम नारायण प्रसाद सिंह ने की. पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार, जिले के सभी किसान भयहरण स्थान में एकजुट हुए. और शहर में प्रदर्शन करते समाहरणालय पहुंचे.
समाहरणालय में एक सभा का भी आयोजन किया गया. वक्ताओं ने कहा कि चुनाव के समय हर पार्टी किसानों का मुद्दा उठा कर वोट बटोरती है, लेकिन चुनाव बाद किसान हितों की अनदेखी की जाती है. किसानों की समस्या का स्थायी समाधान होना चाहिए. चांदन नदी तक पानी नहीं पहुंचने से किसानों के खेतों की सिंचाई नहीं हो पाती.
साथ ही इसकी कोई मजबूत वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गयी है. लोगों ने इसे सुदृढ़ करने की मांग की. सभा की समाप्ति के बाद एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से मिल कर उन्हें किसानों की समस्या बतायी. एक 11 सूत्री मांग पत्र प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा.
लागत के आधार पर मिले लाभकारी मूल्यकिसानों ने मांग की कि उन्हें फसलों में लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिया जाये, सिंचाई की समुचित प्रबंध, कतरिया नदी के मुंह पर चांदन नदी के बीच धार तक जमे बालू को हटाया जाये.
60 वर्ष से अधिक उम्र वाले किसानों को मासिक भत्ता, सभी गांवों का राजस्व नक्शा उपलब्ध हो. खाद, बीज, डीजल जो अनुदानित दर पर मिलता हो इसके लिए समिति बनाया जाये. जैविक खेती को बढ़ावा मिले. किसानों को जमीन पासबुक उपलब्ध हो.
खेती के लिए बिजली की अलग से व्यवस्था हो. 11 सूत्री मांग रखते हुए जिलाधिकारी से इस पर अमल की अपील गयी. मौके पर प्रांत महामंत्री बलराम शर्मा, जिला महामंत्री लक्ष्मण यादव, प्रांतीय महामंत्री उमेश महराना, रमेश प्रसाद सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी परमानंद चांद वाला, बारूणी प्रसाद यादव, जिला कार्य सदस्य राम भजो सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे.