बांका : शहर के अति व्यस्ततम गांधी चौक इन दिनों गंदगी का अंबार है. गांधी चौक के समीप बना नाला गंदगी से भर जाने के कारण दुकानों से निकलने वाले गंदा पानी अब गांधी चौक पर जमा होने लगा है. जिला मुख्यालय के किसी भी मुख्य कार्यालय या अन्य कार्यालयों, अस्पतालों या होटलों में जाना हो तो गांधी चौक से गुजरना ही पड़ता है.
प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग जिला मुख्यालय आते हैं, जिन्हें गांधी चौक पर जमे गंदा पानी से होकर ही गुजरना पड़ता है. यदि इससे बच कर भी निकलना चाहें, तो वहां से गुजरने वाले वाहन के कारण गंदा पानी राहगीरों को पड़ जाता है.
अधिकारी नहीं देते हैं ध्यान गांधी चौक से होकर प्रतिदिन जिले के आलाधिकारी अपनी वाहनों से गुजरते हैं, लेकिन आमजनों की समस्या पर ये ध्यान नहीं देते हैं. नगर पंचायत बना है मूक दर्शक : स्थानीय दुकानदारों के द्वारा नाले में गाद जमा हो जाने की सूचना नगर पंचायत कार्यालय में देने के बाद भी इस ओर विभाग का ध्यान महीनों बाद जाता है.
इस दौरान शहरवासी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर रहते हैं. हालांकि शहर में नाले की सफाई नियमित हो तो इस प्रकार की समस्या ही उत्पन्न ही नहीं होगी, लेकिन सफाई करने वाले आउट सोर्सिंग कंपनी के कर्मी कागजों पर ही नालों की सफाई को दिखाते हैं और विभाग से नाले की बिना सफाई किये पैसे की निकासी करते हैं.
कहते हैं अधिकारीइस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी बिरेंद्र कुमार तरुण ने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र की साफ-सफाई एनजीओ के माध्यम से करायी जाती है. मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं था, मैं इस मामले को देखता हूं. अगर सफाई व्यवस्था में गड़बड़ी होगी, तो एनजीओ के ऊपर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.