कटोरिया : प्रखंड में स्वास्थ्य सेवा हेतु सबसे बडे संस्थान के रूप में स्थापित रेफरल अस्पताल में इन दिनों भ्रष्टाचार का महाखेल शुरू हुआ है़ यहां सबसे नीचले पायदान पर काम करते हुए स्वास्थ्य सेवा की मजबूत कड़ी यानी आशा कार्यकर्ताओं से भुगतान के बदले कमीशन मांगी जा रही है़ कमीशन भी कम नहीं, पूरे पचास प्रतिशत रेफरल अस्पताल में शुरू हुए इस परंपरा से जहां एक ओर अधिकांश आशा कार्यकर्ता हतप्रभ हैं, वहीं वे कमीशन मांगने वाले कर्मी के खिलाफ मुंह खोलने से भी परहेज कर रही है़
हालांकि इस भ्रष्टाचार और मेहनत की कमाई में कमीशन मांगने के खिलाफ अब आशा कार्यकर्ता भी गोलबंद होने लगी है़ नाम नहीं छापने की शर्त पर कई आशा कार्यकर्ताओं ने बताया जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत प्रसवोत्तर देखभाल के एवज में रेफरल अस्पताल द्वारा उन्हें वर्षों से लंबित प्रोत्साहन राशि का भुगतान बैंक खाता के माध्यम से किया जा रहा है़
लेकिन अस्पताल में काम करने वाली आशा फेसीलेटर के माध्यम से आशा कार्यकर्ताओं से स्वास्थ्य प्रबंधक के नाम पर पचास प्रतिशत कमीशन की मांग की जा रही है़ चर्चा यह भी है कि कमीशन पहुंचाने के लिए कुछ आशा कार्यकर्ताओं को बैंक एकाउंट नंबर भी दिये जा रहे हैं. आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि यदि वे सामने आकर स्वास्थ्य प्रबंधक के खिलाफ मुंह खोलेंगी, तो उन्हें बाद में परेशान किया जा सकता है़
एक आशा कार्यकर्ता ने बताया कि वैसे आशा कार्यकर्ता जिनके बदले उनके पति काम करते हैं, उनके द्वारा कमीशन का भुगतान भी किया जाने लगा है़ -कहते हैं सिविल सर्जनइस संबंध में सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार महतो ने कहा कि आशा कार्यकर्ता लिखित शिकायत करें. कमीशन मांगने वाले दोशियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जायेगी. -कहते हैं चिकित्सा पदाधिकारीरेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा योगेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि वे इस मामले की जांच जरूर करेंगे. दोषी जो भी हों, कार्रवाई हेतु वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट की जायेगी.