यही कारण रहा कि किसी राजस्व ग्राम से सिर्फ नाम मात्र आवेदन विभाग को प्राप्त हुआ तो किसी राजस्व ग्राम से दर्जनों आवेदन विभाग को मिले हैं. सिंहनान पंचायत के मुखिया चंद्रशेखर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह का कहना है कि अनुश्रवण समिति का अध्यक्ष होने के बावजूद किसान सलाहकार ने फसल क्षतिपूर्ति के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी. उन्होंने आगे बताया कि सिंहनान पंचायत से सबसे कम आवेदन विभाग को प्राप्त हुआ है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान सलाहकार के नजदीक रहने वाले किसान का ही आवेदन विभाग को दिया गया है. किसानों का यह भी कहना है कि कृषि विभाग से संचालित लाभकारी योजनाओं का लाभ प्राय: वैसे ही किसानों को मिलता है जो वर्षो से लाभान्वित होते आ रहे है अर्थात लाभकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए सलाहकार एक दो नये किसानों का नाम जोड़कर पुरानी सूची को ही भेज दिया करते है. ऐसे में विभाग के क्रिया कलापों पर अंगूली उठना लाजिमी है.