बेलहर. प्रखंड के किसानों को पैक्स अध्यक्षों व एसएफसी विभाग के ढुलमुल रवैये से अपने बेचे हुए धान की राशि नहीं मिल पाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पैक्स अध्यक्षों द्वारा किसानों को झांसे में रख कर बोरे की कीमत का गबन करने की साजिश रची जा रही है.
प्रारंभ से ही एसएफसी विभाग यह घोषणा कर रही है कि किसान अपने बोरे में धान दे जिसके एवज में 10 रुपये प्रति बोरा किसानों को दिया जायेगा. इस घोषणा के अनुसार बेलहर प्रखंड के अलावे कई प्रखंड में किसानों को धान की कीमत, बोनस के साथ बोरे की कीमत के साथ राशि का भुगतान किया गया है. यहां तक की बेलहर प्रखंड के एक पंचायत हथियादाड़ा पैक्स द्वारा बोरे की कीमत के साथ धान की कीमत का भुगतान कुछ किसानों को किया गया है.
अन्य किसानों को इस हिसाब से बिल एवं भोचर भर कर डिमांड दिया गया है, लेकिन बेलहर के अन्य किसी पैक्स द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है केवल धान एवं बोनस ही दिया जा रहा है. जब बोरा के दाम के बारे में किसान पैक्स अध्यक्षों से पूछते हैं तो किसानों को अनेक तरह के बहाने बना कर वापस कर देते हैं. किसानों को यह समझना बहुत ही मुश्किल हो रहा है कि उसने जो बोरे खरीदने में पैसा लगाया है वह मिल सकेगा या नहीं.