इन दिनों पूरे जिले में हत्या का दौर चल पड़ा है. पिछले बीस दिनों के अंदर सात हत्या हो चुकी हैं. यानी हरेक तीसरे दिन एक हत्या हो रही है. शहर के कई स्थानों से अज्ञात शव भी बरामद किये गये हैं. पुलिस लगातार कार्रवाई की बात करती है, लेकिन हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है.
बांका : शहर में लगातार बढ़ रही हत्या के मामले से स्थानीय लोगों के बीच गुस्सा उबलने लगा है. पिछले एक माह के आकड़े को अगर देखा जाय, तो यह पता चलता है कि हत्या, लूट तो होती है, जिसके बाद पुलिस ने मामले का उद्भेदन भी किया. लेकिन, लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने में पुलिस नाकाम हो रही है.
22 नवंबर : लाठी से पीठ कर हत्या : खड़ौदा ( बेलहर) 25 नवंबर : महिला को गोली से भूना : जोरी पार (बेलहर) 26 नवंबर : हत्या कर शव को फेंका : मरचून जंगल (बौंसी) 28 नवंबर : रंजिश में वृद्ध की पीट कर हत्या : ननकुडीह पेशराहा (आनंदपुर) 01 दिसंबर : युवक को कुल्हाड़ी से काट डाला : तेतरिया टिकर (अमरपुर) 03 दिसंबर : नवविवाहिता की पीट कर हत्या: बदलाडीह (कटोरिया) 10 दिसंबर : व्यावसायिक की गोली मार हत्या : केबलडीह (बांका)