बांका : सोमवार को ठंड ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करा दी है. सूरज भी ठंड व घने कोहरे की वजह से सुबह दस बजे के बाद ही नजर आया. नतीजतन, घर-घर से ट्रंक व बक्से में रखे गये रजाई व गर्म कपड़े निकलने लगे. ठंड का कहर गरीब के लिए बड़ा कष्टदायी होता है.
गर्म कपड़े स्वेटर आदि की कमी की वजह से गरीब मजदूर, रिक्शा चालक व अन्य काम करते दिखे, जबकि इस बार कंबल वितरण भी नहीं हुआ है. यहां तक की रैन बसेरा में भी उनको जगह नहीं मिल पा रही है. जानकारी के मुताबिक वीर कुंवर सिंह मैदान के ठीक सामने निर्मित बिरसा मुंडा रैन बसेरा आज भी जिला नियोजनालय के कब्जे में है. इससे पहले जिला परिषद कार्यालय का यहां लंबे समय तक ठिकाना रहा.
जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह दस बजे तक 12 डिग्री तापमान आंका गया, जबकि शाम तक स्थिति ऐसी ही दिखी. ठंड की वजह से सर्दी, खांसी, बुखार इत्यादि बीमारी भी बढ़ गयी है. अस्पताल में भी पहले की अपेक्षा रोगियों की संख्या बढ़ गयी है.
कई वर्षों से कंबल वितरण ठप, अलाव भी बंद
ठंड से बचाव के लिए गरीबों के बीच कंबल वितरण किया जाता था.पर कई वर्ष से कंबल वितरण पूरी तरह ठप है. जबकि जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता भी ऐसे कार्य में रुचि नहीं ले हैं. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से चौक-चौराहे पर अलाव की व्यवस्था भी अबतक शुरू नहीं हुई है. जबकि अलावा के मद में प्रतिवर्ष राशि आवंटित की जाती थी. अलाव की वजह से राहगीर व स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलती थी