बांका : जितेंद्र के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि आकाश के परिजनों का आरोप सही है. विगत 2010 अगलगी में मारे गए चार लोगों के विरुद्ध आकाश की चाची ने विभीषण सहित अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी. फंसने के डर से विभीषण आकाश के पिता को केस वापस लेने की धमकी […]
बांका : जितेंद्र के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि आकाश के परिजनों का आरोप सही है. विगत 2010 अगलगी में मारे गए चार लोगों के विरुद्ध आकाश की चाची ने विभीषण सहित अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी. फंसने के डर से विभीषण आकाश के पिता को केस वापस लेने की धमकी दे रहा था. परिजन के नहीं मानने पर विभीषण ने घर के बच्चे को टारगेट करना जरूरी समझा, ताकि बच्चे को खोकर शुकर साह केस वापस लेने के लिए मजबूर हो जाएगा.
परंतु शुकर साह ने कानूनन ऐसा करने से इंकार कर दिया. अंतत: विभीषण ने अपराधियों के साथ मिलकर आकाश की हत्या कर दी.
केस नहीं उठाने के कारण हुई हत्या : एसपी
आकश हत्याकांड का उदभेदन हो गया है. परिजन व पुलिस की प्रथम दृष्टया की बात सही निकली. जितेंद्र यादव ने स्वीकार किया है कि आकाश की हत्या केस नहीं उठाने की वजह से ही हुई थी. आरोपित जितेंद्र ने कई और नाम बताएं हैं, जिसके विरुद्ध पुलिस सबूत जुटा रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. कोर्ट में विभीषण यादव के घर की कुर्की की अपील की गई है. आदेश मिलते ही अविलंब घर की कुर्की की जाएगी.
चंदन कुमार कुशवाहा, एसपी, बांका