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काम अधूरा, पर बह गये पैसे

औरंगाबाद सदर : नगर पर्षद चुनाव को लेकर मतदाता जागरूक दिख रहे हैं. विकास के नाम पर खानापूर्ति करनेवाले, मतदाताओं के साथ तुष्टिकरण करनेवाले और समेकित विकास में विश्वास नहीं रखनेवाले प्रत्याशियों को ठोक-ठेठा कर देखने के बाद ही मतदाता वोट करने का निर्णय लिये हुए हैं. नगर पर्षद के वार्ड संख्या 31 में विकास […]

औरंगाबाद सदर : नगर पर्षद चुनाव को लेकर मतदाता जागरूक दिख रहे हैं. विकास के नाम पर खानापूर्ति करनेवाले, मतदाताओं के साथ तुष्टिकरण करनेवाले और समेकित विकास में विश्वास नहीं रखनेवाले प्रत्याशियों को ठोक-ठेठा कर देखने के बाद ही मतदाता वोट करने का निर्णय लिये हुए हैं. नगर पर्षद के वार्ड संख्या 31 में विकास के दावे को फेल होते देख इस वार्ड के अंतर्गत आनेवाले मुहल्ले के लोग पुराने प्रत्याशियों को देखना भी पसंद नहीं कर रहे हैं.
पांच वर्ष तक बात पर बात बनानेवाले प्रत्याशियों का इंतजार चुनाव प्रचार के दौरान मतदाता कर रहे हैं, ताकि उन्हें इसी दौरान पलट कर जवाब भी दिया जा सके. वार्ड नंबर 31 में आधी-अधूरी सड़क, नाली के निर्माण से लोगों में वार्ड पार्षद के प्रति खूब नाराजगी है. वहीं मुख्य पार्षद श्वेता गुप्ता के मनमाने कार्यों से भी लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. मुख्य पार्षद अपने कार्यों की जिम्मेवारी कुछ ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों के कंधे पर डाल चुके थे, जिससे वार्ड 31 उपेक्षित रह गया.
न नाली पूरी हो सकी और न ही सड़क : वार्ड नंबर 31 के बिराटपुर चौधरीनगर स्लम एरिया में पिछले वर्ष नगर पर्षद द्वारा सीमेंट, ईंट सोलिंग का कार्य किया गया. पर, यह काम पूरा भी नहीं हो सका और वार्ड पार्षद व ठेकेदार ने योजना की राशि खत्म हो जाने की बात कह काम को अधूरा छोड़ दिया. ऐसे में न पूरी नाली बनी और न सड़क. अधूरे निर्माण कार्य से अदरी नदी पर स्थित एकपथीय पुल के एप्रोच से सड़क नहीं जुड़ सकी और योजना की पूरी राशि भी निकल गयी. स्थानीय लोग बताते हैं कि इस कार्य में मुख्य पार्षद की मिलीभगत भी खूब चली. वैसे अधूरे निर्माण कार्य के सिलसिले में ब्रजेश कुमार यादव का कहना है कि सड़क पूरी बन जाती, पर असामाजिक तत्वों ने इसका विरोध कर सड़क पूरा नहीं बनने दी. अब इसे नयी योजना में शामिल कर लिया गया है, जिसका टेंडर भी दो -तीन माह पूर्व हो चुका है, पर सड़क का निर्माण का मामला लटका है.
नगर पर्षद चुनाव सामने है और वार्ड 31 में दर्जनों प्रत्याशी इस बार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन वर्तमान की व्यवस्था देख कर कुढ़ती जनता कोई प्रत्याशी को चुनना चाहती है. जातिगत आधार पर वोट न कर जनता योग्यता के आधार पर अगर प्रत्याशी का चुनाव करेगी, तो वार्ड की सूरत बदल सकती है. विकास को एजेंडे में लाना होगा.
दीपक कुमार, वार्डवासी
वार्ड के स्लम एरिया में रह रहे लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं दिया गया. लोग आशा की निगाह से पांच वर्ष तक नगर पर्षद की ओर नजरे टिकाये रखे. स्लम एरिया में लोगों को शौचालय जातिगत आधार पर उपलब्ध कराया गया. वार्ड के लोगों को पेयजल और सड़क की बहुत आवश्यकता है.
शारदा देवी, सेवानिवृत्त शिक्षा कर्मी
जनप्रतिनिधि अपने लोभ में वार्ड 31 के मतदाताओं के नाम में बड़ा हेरफेर कर रहे हैं. वार्ड के सभी मुहल्ले के कुछ न कुछ घर ऐसे हैं, जिनके घर के सदस्यों का नाम वार्ड 31 से 32 व 33 में चला गया है. यह एक साजिश के तहत गड़बड़ी की गयी है. वार्ड की पूरी जनता मतदाता सूची में गड़बड़ी से परेशान है. इसमें सुधार की आवश्यकता है.
अजय कुमार सिंह उर्फ गोरा, समाजसेवी
वार्ड में आधे अधूरे विकास कार्य से वार्ड के लोगों की समस्या दूर नहीं हो सकी. आज भी अगर वर्षा हो जाये, तो लोगों का शहर से संपर्क टूट जाता है. मुंह देख कर सरकारी योजनाओं का लोगों को लाभ दिया गया है. वार्ड में विकास की आवश्यकता है. इस बार मतदाता ऐसे प्रत्याशी का चुनाव करे, जो विकास की एक नई मिसाल पेश कर सके.
मनोज गुप्ता, समाजसेवी
जल निकासी, सफाई व पेयजल है बड़ी समस्या
वार्ड नंबर 31 के अंतर्गत आनेवाला चौधरीनगर, तिवारी बिगहा, गंगटी, अनुग्रहनगर, बैजनाथ बिगहा आदि मुहल्लों में न तो जल निकासी की कोई सुविधा है और न कभी नगर पर्षद के सफाईकर्मी यहां समय पर आते हैं. बैजनाथ बिगहा के लोग बताते हैं कि सफाई व्यवस्था कमजोर होने के कारण मुहल्ले में गंदगी पसरा रहती है और गंदगी के कारण कई बीमारियां हो रही हैं. मुहल्ले के बच्चों में चेचक का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, पर किसी जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी को इसकी फिक्र नहीं. सड़क तो बन गयी, पर नालियों का नया स्रोत नहीं विकसित किया गया. नाली नहीं रहने के कारण जल निकासी एक बड़ी समस्या है. वार्ड के अधिकांश हिस्सों में पेयजल की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. सरकारी स्तर पर पेयजल पर ध्यान नहीं दिया गया.
विकास पर रहा फोकस
वार्ड में विकास कार्यों पर अब तक 1,20,00,000 रुपये खर्च किये गये हैं. नई योजनाओं को भी शामिल किया गया है. चुनाव के पूर्व वार्ड के सभी कार्य करा लिए जायेंगे. वार्ड के लोगों को शिकायत करने का मौका कभी नहीं िदया है. कुछ लोग राजनीितक वजह से आरोप लगा सकते हैं.
बबीता देवी, वार्ड पार्षद

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