औरंगाबाद नगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा के बाद आम लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को रफीगंज में सुबह नौ बजे ट्रेन को रोक कर रेल परिचालन बाधित कर दिया. पूर्व मुखिया संदीप सिंह समदर्शी के नेतृत्व में रफीगंज बस स्टैंड से निकले पार्टी कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रफीगंज स्टेशन पहुंचे, जहां डाउन लाइन में खड़ी मालगाड़ी को आधे घंटे तक रोक दिया.
इसी दौरान डाउन रूट में ही आ रही पूर्वा एक्सप्रेस को भी पार्टी के सदस्यों ने रोक कर नरेंद्र मोदी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं द्वारा ट्रेन को रोके जाने के कारण पूर्वा एक्सप्रेस लगभग 10 मिनट तक प्लेटफाॅर्म पर खड़ी रही. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि नरेंद्र मोदी के इस निर्णय का सबसे ज्यादा असर गरीबों पर पड़ा है और इसके कारण बाहर गये मजदूर अब घर वापस आ रहे हैं. प्रधानमंत्री के अविवेकपूर्ण निर्णय से पूरे देश में लगभग सौ लोगों की जानें जा चुकी हैं. सरकार पहले दो हजार का नोट बंद करें और छोटे नोटों को अविलंब आम लोगों को मुहैया करवाएं, नहीं तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताया और निश्चय यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए 22 दिसंबर को राज्य सरकार के खिलाफ चक्का जाम करने का निर्णय लिया.
ट्रेन रोके जाने की सूचना मिलते ही रफीगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा और सोन नगर रेल इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार दल-बल के साथ स्टेशन पहुंचे और रेल को रोक कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा-बुझा कर रेल ट्रैक से हटाया. रेल चक्का जाम कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्याम सुंदर, जिलाध्यक्ष सुरेंद्र यादव, संजय यादव, बिजेंद्र यादव, माथुर सिंह भोक्ता सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.