हसपुरा : हसपुरा बाजार के पचरूखिया रोड स्थित आइटीआइ के प्रांगण में बुधवार को प्रेस दिवस के अवसर पर पत्रकार संघ हसपुरा द्वारा समाज के विकास में पत्रकारिता का योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार प्रो अलखदेव प्रसाद अचल ने कहा कि भारत में प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा व पत्रकारिता में उच्च आदर्श बनाने के उद्देश्य से प्रेस परिषद की कल्पना की थी, जिसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में जाना जाता है.
लेकिन, खेद है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लोकतंत्र के हत्यारे हमला कर जुबान बंद करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि इन हमलों से पत्रकारिता की लेखनी कुंद होनेवाली नहीं है. पत्रकारिता को निष्पक्षता के साथ खड़ा रहने की जरूरत है.
शंभू शरण सत्यार्थी, सत्यदेव सिंह ने कहा कि पत्रकारों को हर समय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, फिर भी अडिग रह कर अपने कामों में लीन रहते हैं. विजय कर्ण, बीरेंद्र खत्री ने कहा कि सच को सच कहने की ताकत सिर्फ पत्रकारों में होती है. कहा की इन्हें हमेशा अपने उसूलों पर अडिग रहना चाहिए. आज के दौर में पत्रकारों पर हो रहे हमले होना और उसे सुरक्षा नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रेम कुमार, मणिकांत पांडेय, अभय कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किये.