जिले से नक्सलियों के पांव उखाड़ने लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है. देव व मदनपुर में सीआरपीएफ कैंप खोलने के लिए एसपी बाबू राम ने बुधवार को देव व मदनपुर के जंगलतटीय इलाकों में जमीन का निरीक्षण किया. लेकिन, ये कैंप कहां खुलेंगे, इसका खुलासा करने से उन्होंने परहेज किया.
एसपी व सीआरपीएफ के अधिकारी ने किया देव व मदनपुर प्रखंडों के जंगली इलाकों का दौरा
औरंगाबाद (नगर) : देव व मदनपुर प्रखंड के दक्षिणी इलाकों से नक्सलियों के पांव उखाड़ने के लिए पुलिस जुट गयी है. नक्सलियों की मांद में सीआरपीएफ कैंप खोलने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर अब तक दर्जनों गांवों में जमीन खोजी गयी है. पुलिस को जमीन भी उपलब्ध हो गयी है. लेकिन, किस स्थान पर सीआरपीएफ कैंप खुलेगा, इसे बताने से पुलिस अधिकारी परहेज कर रहे हैं.
परंतु, पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने कहा है कि मदनपुर व देव थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर सीआरपीएफ कैंप खुलेगा. वह भी नक्सलियों की मांद में जहां उनका वर्चस्व कायम रहता है. बुधवार को जमीन का निरीक्षण करने के लिए एसपी बाबू राम, एएसपी अभियान राजेश भारती, सीआरपीएफ के अधिकारी एसडी त्रिपाठी, देव थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार व मदनपुर थानाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह दल-बल के साथ देव प्रखंड के इलाकों में पहुंचे व जंगलतटीय और पहाड़ी क्षेत्र के किनारे बसे गांवों में जमीन का निरीक्षण किया.
इधर, सीआरपीएफ कैंप खुल जाने से जहां नक्सलियों का वर्चस्व समाप्त होगा, वहीं विष्णुबांध, बंडा, सेवरी नगर, गंजोई, देवा बिगहा, पडरिया, कंचनपुर व सहियार सहित आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को काफी राहत मिलेगी. गौरतलब है कि पूर्व में भलुआही सीआरपीएफ कैंप खुल जाने से देव के दक्षिणी इलाकों के लोगों को काफी राहत मिली है. अब दो और सीआरपीएफ कैंप खुल जायेंगे, तो देव व मदनपुर प्रखंड के ग्रामीणों की सुरक्षा हो सकेगी. साथ ही बंजर पड़ी जमीन पर हरियाली आयेगी.