औरंगाबाद (कोर्ट) : दिल्ली में आम आदमी पार्टी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान की आंच औरंगाबाद में भी पहुंच चुकी है. इसका असर जिला पुलिस पर भी देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि सोमवार को जिला पुलिस ने अवैध रूप से लाइसेंस बनाने वाले प्रधान लिपिक व ऑपरेटर तथा पांच दलालों को गिरफ्तार किया है.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि परिवहन कार्यालय के दलालों की दुकान जिस जगह पर थी, वहां इस तरह का अवैध कारोबार विभाग के मिलीभगत के बिना असंभव था.
गिरफ्तार किये गये दलालों की दुकान जिस जगह पर थी, उसके उत्तर में जेल है, दक्षिण में अधिवक्ता संघ का कार्यालय, पूरब में व्यवहार न्यायालय और पश्चिम में निबंधन कार्यालय स्थित है. ऐसी जगह पर इन दुकानों का वर्षो से संचालन कई सवाल खड़े करता है. एसपी ने कहा कि लोगों को खुद सजग होना चाहिए और विभाग में जाकर काम करवाना चाहिए.
यदि लोग बिना बिचौलिये के माध्यम से लाइसेंस बनवाना शुरू कर देंगे, तो इनकी दुकान स्वत: बंद हो जायेगी. लेकिन, कार्यालय की हकीकत इससे अलग है. यदि कोई व्यक्ति लाइसेंस बनवाने कार्यालय पहुंचता है, तो लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया भी ठीक ढंग से नहीं बतायी जाती है. उसे कार्यालय का इतना चक्कर लगाना पड़ता है कि अंतत: वह दलालों के पास पहुंच जाता है. इधर, एसपी ने कई अन्य विभागों के कार्यालयों में भी छापामारी करने के संकेत दिये हैं.