औरंगाबाद (सदर) : सोन उच्च स्तरीय मेन कैनाल का निरीक्षण जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने रविवार को किया. उन्होंने अधीक्षण अभियंता को नहर के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को राहत मिल सके और वे रोपनी पूरा कर सकें.
श्री सिंह ने रविवार को लगातार छह घंटे सोन उच्च स्तरीय मुख्य नहर का निरीक्षण किया. ओबरा माइनर से लेकर हर आरडी पर रूक कर अभियंताओं को निर्देश दिये. उन्होंने नहर में उग आये पौधों को देख नाराजगी जतायी. कहा कि इनसे पानी के बहाव में बाधा उत्पन्न हो रही है. ओबरा माइनर से आगे बढ़ने पर बायें डक में रिसाव हो रहा था, जिससे पानी बरबाद हो रहा था.
डीएम ने अविलंब उसे रोकने को कहा. रामपुर पिरौंटा माइनर के पास पहुंचने पर डीएम ने कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता से पानी की स्नव की वेलोसीटी पूछी. इसकी जानकारी संतोषप्रद ढंग से नहीं देने पर उन्होंने अभियंताओं को जम कर फटकार लगायी. उन्होंने वेलोसीटी नापने से संबंधित कोई यंत्र नहीं मिलने पर अभियंताओं की क्लास भी ली. डीएम ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कभी वरीय अभियंता क्षेत्र में नहरों के निरीक्षण में नहीं जाते.
छपरा उप वितरणी पहुंचने पर पानी का स्नव कम देख डीएम ने कहा कि ढाई सौ से तीन सौ क्यूसेक पानी अभी शुरुआती बिंदु से बढ़ाया जा सकता है, तभी अंतिम छोर तक पानी पहुंच सकेगा. उन्थू में स्थल पर मौजूद कनीय अभियंता द्वारा बताया गया कि इस स्थल पर फुल डिस्चार्ज प्राप्त नहीं हो पा रहा है.
इसके बाद डीएम ने फेसर, सोहरइया माइनर, सोनवर्षा, पोखराहा माइनर तक जा कर नहर के पानी के स्नव का निरीक्षण किया और पानी की बरबादी को रोकते हुए अधीकतम डिस्चार्ज का निर्देश मौके पर मौजूद अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता को दिया. निरीक्षण में डीएम के साथ एनडीसी सत्येंद्र मिश्र, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार शुक्ल शामिल थे.