पति ने पुलिस के समक्ष पल-पल बदला अपना बयान
औरंगाबाद (नगर) : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आनंदपुरा-देव पथ में नहर के समीप जिस तरह से गुंजा की हत्या की गयी, वह किसी फिल्मी स्टाइल से कम नहीं दिख रही. महिला का गला रेतने के बाद चेहरे को भी तेज हथियार से रेत दिया था.
इसके बाद उसकी साड़ी को भी इधर, उधर कर दिया, ताकि पुलिस को लगे कि महिला की हत्या अपराधियों ने दुष्कर्म करने के बाद किया है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पुलिस ने शव बरामद करने के दो घंटे बाद ही हत्या की गुत्थी सुलझा लिया.
मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर राम नरेश प्रसाद सिंह, नगर थानाध्यक्ष राज कुमार पासवान ने जब गूंजा के पति व एएसपी अभियान के अंगरक्षक राज कुमार राय से पूछताछ करने लगे, तो वह तरह-तरह का बयान दिया. इससे पुलिस को शंका हुई. इंस्पेक्टर राज कुमार राय को लेकर घर पहुंचे. जिस घर में गुंजा व राजकुमार राय रहते थे. पुलिस ने रूम खोला, तो देखा कि घर में कपड़ा इधर-उधर बिखरा है. कमरे का फर्श पानी से भींगा हुआ है.
करीब एक घंटे तक तलाशी ली गयी, लेकिन पुलिस को कोई ठोस सुबूत वहां नहीं मिल सका. इसके बाद मुफस्सिल इंस्पेक्टर व नगर थानाध्यक्ष छत पर गये, जहां रात में महिला सोयी थी. वहां भी गंभीरतापूर्वक छानबीन किया और छत पर सोये हुए अन्य लोगों से एक-एक कर बातचीत की. इसके बाद पति राजकुमार राय को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए मुफस्सिल थाना ले गये.
दिये कई तरह के बयान
राजकुमार राय मिनट-मिनट पर पुलिस के समक्ष अपना बयान बदल रहा था. पोस्टमार्टम हाउस के पास मुफस्सिल इंस्पेक्टर राजकुमार को बताया कि गुंजा के गायब होने की सूचना रात में ही 11 बजे नगर थाना पुलिस को दिया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण मेरी पत्नी की हत्या हो गयी.
जब नगर थानाध्यक्ष पहुंचे, तो बताया कि गूंजा के साथ वह खाना खा कर छत पर था. इसी बीच गुंजा गायब हो गयी. जब इंस्पेक्टर ने पूछा कि यह हत्या किसके द्वारा किया गया होगा, तो इन्होंने पहले बताया कि मैं नहीं जानता फिर, कुछ ही देर बाद बताया कि गुंजा का अवैध संबंध मेरा छोटा भाई शनि से था. शायद वही हत्या किया होगा. इसके बाद मकान मालिक के लड़का पर भी शक जाहिर किया.
खाने में भी मिलाया था जहर
पूछताछ के दौरान मृतक महिला के पति राज कुमार राय ने बताया कि गूंजा ने मुङो मारने के नियत से 19 जून, 2013 की रात में खाना में जहर मिला कर दिया था, जिसे वह पकड़ लिया. जब नगर थानाध्यक्ष ने पूछा कि इसकी रिपोर्ट पुलिस को क्यों नहीं दिये, तो बताया कि यह घर का मामला था इसलिए नहीं दिया.