हसपुरा : नवरात्र के आठवें दिन मां दुर्गा का अष्टरूपी महागौरी की पूजन किया गया, जिसे लेकर पूजा-पंडालों में भक्तों की भीड़ लगी रही. कोईलवां गांव स्थित श्री दुर्गा साईं राम मंदिर में पूजा में शामिल भक्तों के बीच आचार्य पंडित लालमोहन शास्त्री ने कहा कि देवी का आठवां रूप महागौरी है. मां पार्वती का सबसे उत्कृष्ट रूप महागौरी है.
इनकी पूजा अपने पाप कर्मों के काले आवरण से मुक्ति पाने व आत्मा को फिर से पवित्र और स्वच्छ बनाने के लिए महागौरी की पूजा कि जाती है. महागौरी की पूजा अक्षय सुहाग की प्रतीक भी है. उन्होंने महागौरी पूजन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान शंकर ने देवी काली पर गंगा जल छिड़का था, तो महागौरी के रूप में अवतरित हो गयीं थीं, जिन्हें सृष्टि का आधार भी कहा जाता है. श्री शास्त्री ने बताया कि 29 सितंबर शुक्रवार को महानवमी व्रत हवन-यज्ञ व कुमारी पूजन के साथ संपन्न होगा और कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया जायेगा.