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पुलिसवालों को बनाया बंधक, पीटा भी
‘चोर-चोर’ का हल्ला मचा कर खदेड़ा अंबा : कुटुंबा थाने के दो पुलिस कर्मियों को नेउरा बिगहा के ग्रामीणों ने गुरुवार को बंधक बना कर पिटाई की. ग्रामीणों ने यह कदम एक आरोपित की गिरफ्तारी के बाद उठाया. जानकारी के मुताबिक पुलिस पदाधिकारी रामगुलाम राम के नेतृत्व में सादे लिबास में पुलिस जवान सीताराम कुमार, […]
‘चोर-चोर’ का हल्ला मचा कर खदेड़ा
अंबा : कुटुंबा थाने के दो पुलिस कर्मियों को नेउरा बिगहा के ग्रामीणों ने गुरुवार को बंधक बना कर पिटाई की. ग्रामीणों ने यह कदम एक आरोपित की गिरफ्तारी के बाद उठाया. जानकारी के मुताबिक पुलिस पदाधिकारी रामगुलाम राम के नेतृत्व में सादे लिबास में पुलिस जवान सीताराम कुमार, ड्राइवर सरयू यादव व एक अन्य पुलिसकर्मी अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के आरोपित रणजीत यादव की गिरफ्तारी के लिए लभरी खूर्द टोले नेउरा बिगहा गांव पहुंचे थे.
गांव के पश्चिमी छोर पर मंदिर के समीप पहुंच कर अभियुक्त रणजीत कुमार को पकड़ने के प्रयास में जुटे पुलिसवालों को देख कर गांव के बच्चों ने चोर-चोर का शोर मचा दिया. बच्चों की आवाज सुन कर ग्रामीण भी दौड़ पड़े. ग्रामीणों को अपनी ओर लपकते देख एसआइ रामगुलाम राम व एक जवान भाग निकला. ग्रामीणों ने अपहर्ता समझ कर सिपाही सीताराम कुमार और ड्राइवर सरयू यादव को बंधक बना लिया और दोनों की जम कर पिटाई की.
सूचना मिलते ही पहुंची दो थानों की पुलिस : घटना की सूचना पाकर कुटुंबा थानाध्यक्ष सहुद अख्तर व अंबा थानाध्यक्ष पंकज कुमार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के चंगुल से दोनों पुलिसकर्मियों को बाहर निकाला. पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीण संतुष्ट नहीं थे. इधर, ग्रामीणों का कहना था कि दो पुलिसकर्मी रणजीत को उठा ले गये, जबकि कुटुंबा पुलिस इससे इनकार कर रही है. रणजीत कहां है, इसका पता न तो घरवाले बता रहे हैं और न पुलिस.
आरोपित का पता नहीं, मां ने पुलिस को दिया आवेदन : इधर, आरोपित रणजीत की मां दुलारी देवी द्वारा एक आवेदन कुटुंबा थाने को दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि सादे कपड़ों में आये पुलिसवालों ने पिस्तौल के बल पर उसके बेटे रणजीत को अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस को अपराधी समझ कर ग्रामीणों ने मारपीट कर बंधक बना लिया. कुटुंबा पुलिस की जानकारी पर उन्हें छोड़ दिया गया है.
फायरिंग का आरोप भी लगा रहे गांववाले : नेउरा गांव के ग्रामीण पुलिस द्वारा फायरिंग किये जाने की बात कर रहे हैं. ग्रामीण सहेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, नागेंद्र यादव तथा जयराम यादव का कहना था कि गांव की हीं एक महिला विमला देवी ने थाने में जातिसूचक शब्द कह कर गाली-गलौज का मामला दर्ज कराया था. इसमें रणजीत यादव तथा उसके पिता शंभू यादव को आरोपित बनाया गया था. इस मामले में शंभू यादव को गिरफ्तार कर पुलिस ने पहले हीं जेल भेजा है.
पुलिस गुरुवार को रणजीत को पकड़ने आयी थी, जिसमें यह घटना घटी. कुटुंबा थानाध्यक्ष सहुद अख्तर ने कहा कि आरोपित रणजीत को पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया था, इसी बीच ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल कर आरोपित को छुड़ा लिया.
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