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भीड़ का शिकार बनी पुलिस

चिंता . कानून व्यवस्था पर आघात को नहीं भुला पायेगी जिला पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने गयी पुलिस को जिले में पांचवीं बार ग्रामीणों की भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा. ऐसे में सवाल उठता है अगर आम लोग ही अपराधियों को संरक्षण देने लगेंगे, तो फिर पुलिस कैसे अपराध पर नियंत्रण करेगी. अररिया […]

चिंता . कानून व्यवस्था पर आघात को नहीं भुला पायेगी जिला पुलिस

अपराधियों को गिरफ्तार करने गयी पुलिस को जिले में पांचवीं बार ग्रामीणों की भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा. ऐसे में सवाल उठता है अगर आम लोग ही अपराधियों को संरक्षण देने लगेंगे, तो फिर पुलिस कैसे अपराध पर नियंत्रण करेगी.
अररिया : बुधवार को शुरू हुआ पुलिस सप्ताह अररिया पुलिस को कई मायने में याद रहेगा. खास कर जिले के पुलिस कप्तान के लिए यह दिन अपराधियों के पनाहगारों द्वारा पुलिस अभिरक्षा से मुक्त कराये गये दोनों अपराधियों को छोड़ने की कीमत पर बंधक बनाये गये पुलिस पदाधिकारियों को मुक्त किये जाने के लिए एक इतिहास रूप में याद रखा जायेगा. जिस प्रकार से फारबिसगंज थानाध्यक्ष द्वारा महज दो दिनों के अंदर उनके थाना क्षेत्र से लूटी गयी बाइक के लुटरों की शिनाख्त की गयी.
महज कुछ घंटों में ही कांड में संलिप्त चार अपराधियों को नरपतगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार करने के साथ एक दिन पूर्व लूटी गयी ट्रैक्टर की बरामदगी की गयी थी. यह उनके बेहतर पुलिसिंग की मिसाल कायम कर रही है. लेकिन समाज में दहशत फैलाने वाले इन अपराधियों को समाज के लोग ही संरक्षण देंगे. इसका अंदाजा पुलिस को नहीं था. पुलिस के साथ घटित इस घटना ने एक तरफ पुलिस पब्लिक के बीच पनपते रिश्ते को कलंकित करने का काम किया है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस पर भीड़ तंत्र द्वारा किया गया प्रहार अपराधियों के बुलंद हौसलों को बढ़ाने का काम करेगा. हालांकि मंगलवार को जिले के पुलिस कप्तान भी बेबस दिखे. इसका कारण था उनके पुलिस टीम के चार जांबाज ग्रामीणों की गिरफ्त में थे. बंधक बनाये गये चारों पुलिस पदाधिकारियों की धैर्य कह लीजिए कि उन्होंने अपने पास मौजूद सर्विस रिवाल्वर का प्रयोग नहीं किया, जबकि वे जानते थे उन्होंने जिन दो अपराधी मो इलियास व उसके चचेरे भाई मो एजाज को लूटी गयी बाइक के साथ गिरफ्तार किया है, वह अपराधी है. बावजूद हुआ यही उन्होंने भीड़ तंत्र के सभी यातनाओं को बरदाश्त किया. लेकिन अपना धैर्य नहीं खोया.
पांचवें स्थान पर छापामारी के दौरान पुलिस टीम हुई भीड़ तंत्र का शिकार
पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका की माने तो पुलिस उस दिन नरपतगंज थाना क्षेत्र के चार स्थानों पर लगातार छापामारी कर चार अपराधियों को चार स्थान से गिरफ्तार कर चुकी थी. पहली छापामारी खाब्दह गांव में की गयी. जिसमें खाब्दह गांव के अरुण पासवान व संजय पासवान की गिरफ्तारी हुई उसके निशानदेही पर एक दिन पूर्व लूटे गये ट्रैक्टर को बरामद किया गया. इसके बाद गिरफ्तार अपराधियों ने फतेहपुर गांव में गिरोह के एक सदस्य का नाम बताया. फारबिसगंज थानाध्यक्ष मुकेश साहा व नरपतगंज थानाध्यक्ष अमित कुमार, पुअनि प्रमोद कुमार द्वारा तीसरी छापामरी में वहां भी दबिश दिया गया. जहां से एक सप्ताह पूर्व लूटे गये अर्जुन मंडल की होंडा योगा के मामले में दर्ज कांड संक्ष्या 34/17 के अभियुक्त अरुण यादव को गिरफ्तार करने के साथ बाइक की भी बरामदगी की गयी. उसके पास से एक मास्केट व चार जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ. चौथी छापामारी में दरगाहीगंज से प्रदीप यादव को गिरफ्तार किया गया. बाद में इन चारों अपराधियों की निशानदेही पर बरदाहा गांव के समीद के पुत्र मो इलियास के पास लूटी गयी बाइक रखे होने की जानकारी पुलिस को दे गयी. नरपतगंज थाना से महज पांच से छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित बरदाहा गांव में बतौर एसपी पंद्रह सदस्सीय पुलिस टीम का गठन हुआ. टीम की अगुवाई दो पुलिस गाड़ी से नरपतगंज थानाध्यक्ष अमीत कुमार व मुकेश साहा द्वारा अलग-अलग हिस्सों से की गयी. टीम को सफलता भी हाथ लगी. पुलिस टीम द्वारा मो एजाज को गिरफ्तार कर उसे एक पुलिस जीप व कुछ जवानों के साथ नरपतगंज थाना भेज दिया गया. जबकि समीद के पुत्र मो इलियास के घर से लूट की बाइक को बरामद करने के बाद जैसे ही पुलिस ने इलियास को अपने कब्जे में लिया. शातिप परिजन चोर-चोर का शोर मचाने लगे. संभवत: गांव के लोगों में यह सूचना आग की तरह फैल गयी. इसके बाद तो नरपतगंज थानाध्यक्ष भीड़ तंत्र से जान छुड़ाकर कुछ जवानों के साथ यत्र-तत्र दिशा में भाग कर निकले. इधर ग्रामीणों के गिरफ्त में मुकेश साहा, पुअनि प्रमोद कुमार, चौकीदार शंभू पासवान व अनंत कुमार आ गये. बाद में इनके रिहायी के एवज में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये मो एजाज को भी छोड़ना पड़ा.
अपराधियों की होगी गिरफ्तारी
पुलिस पब्लिक के बीच पनपते रिश्ते में कहीं खटास नहीं आयी है. समाज में अमन-चैन का माहौल बनाने के लिए स्वाभाविक है कि पुलिस को अपराधियों के प्रति सख्ती लानी ही होगी. गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर छापामारी करने गयी पुलिस को लूटी गयी बाइक बरामद हुई. मो एजाज गिरफ्तार भी हुआ. बावूजद अगर समाज ही अपराधियों को शरण देने का काम करेगा तो फिर समाज में शांति कैसे आयेगी. उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सबों की गिरफ्तारी होगी.
सुधीर कुमार पोरिका, एसपी

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