गांव में 10 दिनों से नहीं जल रहा था चूल्हा
Advertisement
बाढ़ से हार गयी घुरनी, मरने पर भी नसीब नहीं हुआ दो गज जमीन
गांव में 10 दिनों से नहीं जल रहा था चूल्हा शव को बाढ़ के पानी में करना पड़ा प्रवाहित अररिया : जिले में बाढ़ की विभीषिका ने चारों तरफ भय और त्रासदी का माहौल बना दिया है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है. इसका परिणाम यह हुआ […]
शव को बाढ़ के पानी में करना पड़ा प्रवाहित
अररिया : जिले में बाढ़ की विभीषिका ने चारों तरफ भय और त्रासदी का माहौल बना दिया है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है. इसका परिणाम यह हुआ है कि भूख व बीमारी से जद्दोजहद में रामपुर मोहनपुर पंचायत के वार्ड संख्या तीन डम्हैली गांव की एक 50 वर्षीया महादलित महिला घुरनी देवी पति स्वर्गीय तेतर ऋषिदेव जिंदगी की जंग हार गयी. घुरनी जिंदा थी तो उसे खाना व दवा तक नसीब नहीं हुई.
जब मरी तो उसे न तो दो गज कफन नसीब हुआ और न ही अंतिम संस्कार के लिए दो गज जमीन ही. लाचार परिजनों व महादलित समुदाय के लोगों ने घुरनी के मृत शरीर को बाढ़ के पानी में प्रवाहित कर दिया. इधर,बीडीओ रतन कुमार दास ने बताया कि उन्हें अभी इस प्रकार की घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है. अगर जानकारी मिलेगी तो सरकारी सहायता मुहैया करायी जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement