किशनगंज: महानंदा बेसिन योजना को धरातल पर उतारने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के वरिष्ठ नेता तस्लीमुद्दीन ने हुंकार भरना शुरू कर दिया है. वे बुधवार को महानंदा के कछार पर बसे दर्जनों गांवों का दौरा किया और उनकी समस्याओं से अवगत हुए.
चकला पंचायत, महीनगांव के गोविंदपुर गांव और दौला पंचायत के पोरलाबाड़ी गांव में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए श्री तस्लीमुद्दीन ने कहा कि वर्ष 2006-07 में महानंदा बेसिन योजना के क्रियान्वयन के लिए सात सौ करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को उपलब्ध करायी थी, जिसमें महांनदा, डोंक, कनकई, मेची, रतवा, परवान आदि नदियों को जोड़ने व तटबंध निर्माण कार्य किया जाना था. इस योजना से सीमांचल वासियों को इन नदियों के कोप से बचाया जा सकता था. खासकर बाढ़, कटाव की समस्याओं से लोगों को दीर्घकालिक निजात मिलती. इसके अलावा महानंदा बेसिन पर बहुद्देशीय पन बिजली परियोजना के निर्माण व क्रियान्वयन कर बिहार के पूर्वी-उत्तरी क्षेत्र की बिजली समस्या खत्म की जा सकती है. साथ ही हर खेत में पानी और हर घर में बिजली पहुंच जाती तो किसान खुश हो जाते.
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को किशनगंज की खुशहाली नागवार गुजरती है. इसलिए वैसे जन प्रतिनिधियों ने न तो विधान सभा और न तो लोक सभा में महानंदा बेसिन के बारे कोई सवाल आज तक नहीं उठाया है. उन्होंने उपस्थित लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जब तक महानंदा बेसिन योजना को धरातल पर नहीं उतारुंगा तब तक मेरा यह आंदोलन जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की तरफ से महानंदा बेसिन की अनदेखी की जा रही है. योजना को पूरा करने में बिहार सरकार सहयोग नहीं कर रही है, जबकि मैंने अपने एमपी कार्यकाल में ही सात करोड़ रुपये केंद्र सरकार से बिहार सरकार को दिलाया था. लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी बिहार सरकार महानंदा बेसिन पर कार्य भी शुरू नहीं करा पायी है. श्री तस्लीम ने कहा कि राजद व्यक्ति नहीं विचारों की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है. हम सामाजिक न्याय तथा धर्म निरपेक्षता जैसे मुद्दों को लेकर लोगों के बीच कल्याण का काम कर रहे हैं, ताकि समाज के अंतिम पंक्ति को इसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि किशनगंज की आवाम झूठे आश्वासन से ऊबचुकी है.
इन्होंने भी किया संबोधित
सभा को वरिष्ठ राजद नेता उसमान गनी, पूर्व प्रमुख तजमुल हुसैन, मुखिया जवाहर यादव, प्रो गुलरेज रोशन रहमान, मुखिया मंसूर आलम, लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मंजर हसैन उर्फ कलक्टर, हमीद राजा, राजेंद्र पासवान, हबीवुर रहमान, शिवाजी बसाक, मोहन यादव, प्रमोद कुमार पप्पू, नसीम अली, शमशाद आलम, डॉ जुनैद, डॉ महैस्या, मसरूर, मुखिया जुनैद, बादल, रागीब, हबीवुर रहमान, फिरोज, मो भोला आदि ने संबोधित किया.